जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। एक बार फिर निर्भया जैसे कांड को अंजाम दिया गया। निर्भया तो याद होगी न आप सभी को, जिसकी याद में आप आज भी कैंडल मार्च निकालते है। उसकी आत्मा की शांति के लिए प्राथना करते हैं। लेकिन इस सब से क्या फायेदा क्या देश में रेप होना बंद हो गये बंद तो छोडिय़े क्या उस घटना के बाद से जरा सा भी फर्क पड़ा इन मामलों में। सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए तमाम वादे करती हैं लेकिन क्या आज भी महिलाएं सुरक्षित हैं।
उत्तर प्रदेश के बदायूं में भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया। यहां भी फिर से एक निर्भया का गैंगरेप किया गया। यही नहीं बताया ये भी जा रहा है कि रेप करने के बाद उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड जैसी कोई वस्तु डाल दी।
इससे उसकी पसलियां भी टूट गई थीं। इसके अलावा उनके पैर भी टूटे हुए पाए गए थे। इस वीभत्स कांड ने एक बार फिर निर्भया कांड की याद दिला दी।
और ऐसा करने वाला एक मंदिर का पुजारी निकला। फिलहाल पुलिस ने महिला के साथ गैंगरेप और हत्या की घटना के मुख्य आरोपी महंत सत्यनारायण को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस उससे कड़ी पूछताछ कर रही है। इस दौरान इस हैवान पुजारी ने कई राज खोले हैं। इस के बाद पुलिस ने दो और महिलाओं को हिरासत में लिया है।
इन दोनों महिलाओं से कड़ी पूछताछ हो रही है। बताया जा रहा है कि पुजारी से रात भर कड़ी पूछताछ हुई है। इस दौरान पुलिस यह भी जानना चाहती थी कि आखिर क्यों इतनी खतरनाक वारदात हुई। इस दौरान पुजारी ने कुछ ऐसे राज से खोले जिसके बाद दो और महिलायें पुलिस ने हिरासत में लिया है।
अब होगी एक और जांच
महिला के साथ हुई दरिंदगी के मामले में अब एक और जांच की जाएगी। यह जांच पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाहर आने से जुडी हुई है। जिला प्रशासन ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट लीक करने की मजिस्ट्रेटी जांच का आदेश दे दिए हैं। बदायूं डीएम ने यह जांच एडीएम को सौंपी है।
उनसे नौ जनवरी तक जांच रिपोर्ट मांगी गई है। जाहिर है कि पोस्टमार्टम से ही महिला के साथ हुई दरिंदगी का खुलासा हुआ था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया था कि महिला के प्राइवेट पार्ट में गंभीर जख्म थे और उसकी एक टांग भी टूटी हुई थी।
ये था पूरा मामला
गौरतलब है कि बीते बुधवार को बदायूं जिले से ऐसी खबर सामने आई जिसने लोगों के दिलों को झकझोर कर रख दिया ।दरअसल, उघैती इलाके में रविवार रात 50 वर्षीय महिला अपने गांव के मंदिर में पूजा करने के लिए गई थी। इसके बाद महिला का शव संदिग्ध हालात में मिला था। पुलिस ने जब इस मामले की जांच की और पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई तो गैंगरेप की पुष्टि हुई थी।
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इस मामले में पुलिस ने गैंगरेप और हत्या का मामला दर्ज किया था और तीन लोगों को नामजद किया है। इसके बाद जांच के लिए चार टीमें बनाई गई थीं। इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में उघैती के थाना प्रभारी राघवेंद्र को सस्पेंड कर दिया गया था।
इस केस के दो आरोपियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी। जबकि मुख्य आरोपी महंत सत्यनारायण फरार चल रहा था। गुरुवार को पुलिस ने उसे भी धर दबोचा।
पुलिस पर उठाए थे सवाल
जानकारी के अनुसार, महिला रविवार को शाम 6 बजे पूजा के लिए गई थी। जब 2-3 घंटे बाद वापस नहीं लौटी तो परिवार वाले थाने गए। लेकिन उन्हें पुलिस ने रात 11 बजे तक अटेंड नहीं किया। परिवार का कहना है कि आरोपियों ने दरवाजे की कुंडी खटखटा के डेडेबॉडी फेंकी और भाग गए। इसके अलावा परिवार का ये भी आरोप है कि पुलिस ने सुबह मामले को देखने की बात कही थी।