जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा (Pulwama Blast) में अवन्तीपुरा के गोरीपुरा इलाके में सीआरपीएफ (CRPF) के काफिले पर बड़ा आतंकी हमला हुआ है.
नई दिल्ली: पुलवामा में शहीद हुए जवानों को पूरा देश श्रद्धांजलि दे रहा है. आतंकियों के इस क्रूर हमले से देश में गुस्से और ग़म का माहौल है। अलग-अलग जगह लोग शहीदों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। कल देर शाम शहीदों के शव दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पहुंचे जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत तमाम सियासी नेताओं और सेना के अधिकारियों ने उनकी शहादत को सलाम किया।
दिल्ली में शहीदों को सलामी देने के बाद पार्थिव शरीर शहीदों के घरों को रवाना किए गए। शहीदों के घर-गांव में मातम पसरा है। अलग- अलग प्रदेशों में ग़मज़दा परिवार और स्थानीय लोग शहीदों के अंतिम दर्शन कर रहे हैं। कई जगहों पर शहीदों के शव उनके घर पहुंच गए हैं।
शहीद हुए सीआरपीएफ के 42 जवानों की पहचान उनके आधार कार्ड, आईडी कार्ड तथा कुछ अन्य सामानों के जरिए ही हो पाई। अधिकारियों ने बताया कि भीषण विस्फोट से जवानों से शव बुरी तरह से क्षत-विक्षत हो गए थे इसलिए उनकी शिनाख्त करना मुश्किल काम था। इन शहीदों की पहचान आधार कार्ड, बल के आईडी कार्ड, पैन कार्ड अथवा उनकी जेबों या बैगों में रखे छुट्टी के आवेदनों से की जा सकी। वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि कुछ शवों की शिनाख्त कलाइयों में बंधी घड़ियों अथवा उनके पर्स से हुई। ये सामान उनके सहयोगी ने पहचाने थे।
वही दूसरी ओर जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए आतंकवादी हमले के सिलसिले में पुलिस ने सात लोगों को हिरासत में लिया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने आत्मघाती हमले की योजना से जुड़े होने के संदेह में इन युवकों को पुलवामा और अवंतीपुरा से हिरासत में लिया।
Shri @narendramodi paid tributes to the brave CRPF personnel martyred in Pulwama.
India salutes their courage. pic.twitter.com/vmFIscj7Uu
— PMO India (@PMOIndia) February 15, 2019
शहीदों के घर-गांव में मातम पसरा है। अलग- अलग प्रदेशों में ग़मज़दा परिवार और स्थानीय लोग शहीदों के अंतिम दर्शन का इंतज़ार कर रहे हैं। कई जगहों पर शहीदों के शव उनके घर पहुंच गए हैं और कई जगह इंतज़ार हो रहा है।
दिल्ली से खबर मिल रही है की पुलवामा को लेकर आज सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह द्वारा बुलाई गई यह बैठक संसद की लाइब्रेरी में होगी। हमले के बाद से ही पूरे विपक्ष ने इस मामले में सरकार के साथ एकजुटता दिखाई है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी समेत तमाम बड़े नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर साफ़ किया कि वो इस मुद्दे पर पूरी तरह से सरकार के साथ हैं।
पुलवामा के हमले के बाद सरकार सख़्त कार्रवाई का मन बना चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। गृह मंत्री ने आतंकियों के मददगारों को सख़्त चेतावनी दी। विदेश सचिव 25 देशों के प्रतिनिधियों से मिले हैं। पी-5 देशों को अलग से ब्रीफ़ किया गया है। हमले में पाकिस्तान की भूमिका से अवगत कराया।
We salute you, brave sons of Mother India.
You lived for the nation and served the country with unparalleled valour.
We stand in solidarity with the bereaved families. pic.twitter.com/tav2J3hSMI
— Narendra Modi (@narendramodi) February 15, 2019
भारत के पक्ष से मित्र देश सहमत। भारत ने पाकिस्तान पर किया पहला डिप्लोमैटिक वार करते हुए उसे सबसे तरजीही देशों- यानी मोस्ट फेवर्ड नेशन्स की सूची से बाहर कर दिया। इसका मतलब ये है कि पाकिस्तान से आने वाले सामान पर वही ड्यूटी लगेगी जो भारत चाहेगा। सूत्रों के मुताबिक प्रिंस के साथ पाकिस्तान आने वाला सउदी व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल ने भी अपना दौरा रद्द कर दिया है। जाहिर है ऐसे में पाकिस्तान को सउदी से 14 बिलियन यूएस डॉलर की प्रस्तावित मदद भी अटक गई है। इस बीच चौतरफ़ा दबाब के बीच पाकिस्तान की झल्लाहट साफ़ दिखाई दे रही है।
पाकिस्तान ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग में उप-उच्चायुक्त गौरव अहलूवालिया को तलब किया और उनसे पुलवामा आतंकी हमले पर लग रहे आरपों को लेकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई। पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान को अमेरिका की तरफ़ से भी जबरदस्त फटकार लगी है। पाकिस्तान ने इस मामले में अमेरिका के चार्ज डे अफेयर्स पॉल जोन्स को तलब कर कहा कि पुलवामा हमले के लिए उसे कैसे ज़िम्मेदार ठहराया जा सकता है। पूरे देश में शहीदों की याद में कैंडल मार्च और श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन किया जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर के कारगिल और लेह में लोगों ने शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडल मार्च निकाला। लेह में इस कैंडल मार्च का आयोजन वहां के बुद्धिस्ट एसोसिएशन ने किया था। राजस्थान के सवाई माधोपुर में आरक्षण की मांग कर रहे गुर्जर प्रदर्शनकारियों ने पुलवामा अटैक के ख़िलाफ़ मोमबत्तियां जलाकर विरोध जताया। पालम एयरपोर्ट पर शहीदों के प्रति सम्मान जताने के लिए काफ़ी तादाद में स्थानीय लोग भी पहुंचे थे। इनमें बेहद ग़ुस्सा था साथ ही अफ़सोस भी। इन लोगों ने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ जमकर नारेबाज़ी की। और शहीद जवान अमर रहें के नारे लगाए…।