जुबिली न्यूज डेस्क
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी जीत के कगार पर है। अमेरिकी राष्ट्रपति के इतिहास में यह जीत कई मायनों में ऐतिहासिक होगी। इस जीत में कई रिकॉर्ड एक साथ बनेंगे। दरअसल, अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी सत्ता में आती है तो कैलिफोर्निया की सीनेटर कमला हैरिस का उपराष्ट्रपि बनना तय है।
कमला हैरिस का उपराष्ट्रपति बनना एक इतिहास होगा। वे अमेरिका में पहली महिला होंगी, जो इस पद तक पहुंचेंगी। वे भारतीय मूल की हैं।कमला कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल रह चुकी हैं। वे पुलिस सुधार की बड़ी समर्थक हैं। बाइडेन उन्हें बहादुर योद्धा और अमेरिका के सबसे बेहतरीन नौकरशाहों में एक करार दे चुके हैं।
कमला हैरिस को डेमोक्रेटिक पार्टी ने अमेरिकी चुनाव में उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया था। उपराष्ट्रपति पद पर पहुंचने वाली पहली अश्वेत होंगी। अमेरिका में शीर्ष पद पर पहुंचने वाली पहली महिला होंगी। हैरिस इस पद पर पहुंचने वाली पहली दक्षिण एशियाई होंगी।
इससे पहले अमेरिका में दो बार किसी महिला को उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाया गया था। 2008 में रिपब्लिकन पार्टी ने सारा पॉलिन को अपना उम्मीदवार बनाया था और 1984 में डेमोक्रेटिक पार्टी ने गिरालडिन फेरारो को अपना उम्मीदवार बनाया था, लेकिन दोनों ही चुनाव हार गई थीं। अमेरिका की दोनों प्रमुख पार्टियों ने आज तक किसी अश्वेत महिला को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार नहीं बनाया था।
कैलिफोर्निया की सांसद रहीं कमला हैरिस एक समय जो बाइडेन को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए चुनौती दे रहीं थीं। लेकिन राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर होने पर जो बाइडेन ने उन्हें उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना साथी उम्मीदवार चुन लिया।
कमला हैरिस चेन्नई में रहने वाले अपने नाना से प्रभावित रही हैं। काफी हद तक उनके विचारों पर नाना और मां की झलक भी है। हैरिस खुद को आधी भारतीय मानती रही हैं। वो मसाला डोसा और इडली पसंद करती हैं। वो लगातार भारत आती रही हैं और उनके तमाम नजदीकी रिश्तेदार भारत में रहते हैं।
उनके नाना का नाम पीवी गोपालन था। वो भारतीय लोक सेवा में अधिकारी थे। उन्होंने जांबिया में भी सरकार के लिए सेवाएं दी थीं। गोपालन की बड़ी बेटी श्यामला अमेरिका में पढ़ाई के लिए गई थीं। कमला उन्हीं श्यामला की बेटी हैं।
उनकी मां श्यामला कैंसर के क्षेत्र में वैज्ञानिक थीं। पिता डोनाल्ड हैरिस जमैकन थे। कमला का जन्म अमेरिका में हुआ। हालांकि बाद में माता-पिता में तलाक हो गया। परिवार में हमेशा भारतीय संस्कारों की प्रधानता रही। कमला ने 2019 में अपने बचपन की यादें साझा करते हुए लिखा कि उनके नाना गोपालन स्टेनोग्राफर से बड़े ओहदों तक पहुंचे थे। वह स्वतंत्रता संग्राम में जुड़े थे लेकिन खुलकर नहीं। वह नौकरी में रहते हुए जो कर सकते थे, करते थे।
कमला के मामा बालचंद्रन के हवाले से एलए टाइम्स ने लिखा है कि श्यामला पर अपने पिता गोपालन के व्यक्तित्व और मूल्यों का बड़ा प्रभाव था और वही श्यामला से कमला को भी मिला। श्यामला कुशल गायिका थीं और कम उम्र से ही रेडियो पर गाती थीं। उस वक्त उन्हें मिलने वाले रुपए गोपालन श्यामला को ही रखने को कहते थे। अमेरिका में पढ़ाई के दौरान उसके बाद 1960 के दशक में श्यामला काले लोगों के अधिकारों से जुड़े आंदोलनों में सक्रिय रहीं और समानता के लिए लड़ती रहीं।
कमला हैरिस ने 2014 में वकील डगलस एंपहॉफ से शादी की। इसमें उन्होंने भारतीय और यहूदी दोनों परंपराएं निभाईं। कमला ने डगलस को फूलों की माला पहनाई, जबकि डगलस ने यहूदी परंपरा के तहत पैर से कांच तोड़ी। कमला तीन किताबें लिख चुकी हैं, जिसमें दो नान फिक्शन और एक बच्चों की किताब है।