जुबिली स्पेशल डेस्क
पिछले काफी समय से यूक्रेन पर संकट बना हुआ है। यूक्रेन पर रूस की सैन्य कार्रवाई की आशंका हर दिन बढ़ती जा रही है। वहीं यूक्रेन को लेकर अमेरिका और रूस में भी तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है।
हालात इतने खराब हो चुके हैं कि यूक्रेन में रह रहे सभी अमेरिकी नागरिकों से अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूस की ओर से सैन्य कार्रवाई के बढ़ते खतरों के मद्देनजर तुरंत देश छोडऩे के लिए पहले ही कहा था।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने शुक्रवार को एक बार फिर कहा है कि युक्रेन पर हमला करके ही रूस दम लेगा। जो बाइडेन यही नहीं रूके उन्होंने आगे ये भी दावा किया है कि पुतिन ने युक्रेन पर हमला करने का फैसला कर लिया है। उन्होंने कहा है कि अगर रूस आक्रमण करता है तो पुतिन को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। उनके खिलाफ वह पूरी दुनिया को एकजुट करेंगे। राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि अगर रूस यूक्रेन पर हमला करता है तो वह अमेरिकियों को बचाने के लिए सेना नहीं भेजेंगे।लेकिन यूक्रेन के लोगों का समर्थन करता रहेगा।
उन्होंने कहा कि हमले का केंद्र राजधानी कीव होगा।हालांकि पहले अमेरिका को लग रहा था कि रूस अपने कदम पीछे कर सकता है लेकिन बाइडेन ने इस दावे के लिए अमेरिकी खुफिया एजेंसी की जानकारी का हवाला दिया। दरअसल रूस ने यूक्रेन की सीमा पर एक लाख सैनिकों की तैनाती की है लेकिन वह हमले की योजना से लगातार इंकार करता रहा है।
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हालांकि रूस ने बेलारूस के साथ एक बड़ा सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है। दरअसल बेलारूस, रूस का पुराना सहयोगी है और यूक्रेन के साथ लंबी सीमा साझा करता है।
आने वाले दिनों में रूस बड़ा नौसेना अभ्यास शुरू करने वाला है जिसके लिए बड़े जहाजों को समुद्र में तैनात कर दिया गया है। वहीं यूक्रेन का आरोप है कि रूस ने यूक्रेन के लिए समुद्री रास्ता रोक दिया है।