न्यूज़ डेस्क
वाशिंगटन। अमेरिकी नेवी ने खाड़ी में स्ट्रेट ऑफ होर्मुज में ईरान के एक आधुनिक ड्रोन विमान को गिरा दिया। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कल सुबह व्हाइट हाउस में उस समय यह घोषणा की जब नीदरलैण्ड का एक विशिष्ठ मंडल राष्ट्रपति से मिलने आया हुआ था।
ट्रम्प ने कहा कि अमेरिकी नेवी ने उस समय ईरानी ड्रोन को मार गिराया, जब वह खतरनाक ढंग से उनके यूएसएस बाक्सर ऐम्फ़िबीयस जलपोत से मात्र एक हजार गज ऊपर आ गया था। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका अपनी सेना, युद्ध पोत और हितों की सुरक्षा के लिए कटिबद्ध है। ईरान के विदेश मंत्री जावेद जरीफ ने इस तरह की किसी घटना घटित होने से इनकार किया है।
उल्लेखनीय है कि गत 20 जून को ईरान ने मानव रहित अमेरिकी ड्रोन विमान को गिराया था। अमेरिका की इस कार्रवाई से खाड़ी में एक बार फिर मिलिट्री संकट गहरा गया है।
न्यूयॉर्क टाइम्स ने अमेरिकी रक्षा विभाग के सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि ईरानी ड्रोन गिराने के लिए उसके इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम को जाम कर दिया गया था।
इससे पूर्व ईरान ने रविवार को एक ‘विदेशी’ तेल टैंकर और इसके चालक दल के बारह सदस्यों को हिरासत में लिए जाने की जिम्मेदारी ली थी। इसके लिए अमेरिका ने ईरान को चेतावनी दी थी कि वह तेल टैंकर और इसके कर्मियों को तत्काल रिहा करे।
इसके जवाब में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड ने कहा था कि तेल टैंकर अवैध रूप से तेल सीरिया ले जा रहा था। अमेरिका गत मई माह से लगातार यह कहता आ रहा है कि ईरान स्ट्रेट ऑफ होर्मुज में अनाधिकार चेष्टा कर मित्र देशों के तेल टैंकरों को अपना मोहरा बना रहा है। इसके जवाब में ईरान इन आरापों से इनकार करता आ रहा है।
अमेरिकी सेंट्रल कमान के चीफ़ जनरल केनेठ मेकेंजी ने कहा है कि मित्र देशों के तेल टैंकरों को क्षतिग्रस्त किए जाने के बाद अमेरिका की कोशिश होगी कि वह स्ट्रेट आफ होर्मुज में तेल टैंकों के आवागमन के पुख़्ता बंदोबस्त करेगा।