जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। हाल के दिनों में भारतीय हॉकी में ऐसी प्रतिभा देखने को मिली जो जमनी स्तर पर काफी कमजोर रहे हैं। आर्थिक बदहाली के बावजूद हॉकी के पटल पर न सिर्फ प्रदेश बल्कि विश्व स्तर पर भारत का नाम रौशन कर रहे हैं।
मुमताज खान से लेकर शारदानंद तिवारी तक ऐसी प्रतिभाये हैं जो बेहद गरीब परिवार से संबंध रखती है लेकिन इसके बावजूद भारतीय हॉकी में इन खिलाडिय़ों का डंका बज रहा है।
यूपी की धरती से कई बड़े हॉकी खिलाड़ी देश का झंडा बुलंद कर चुके हैं। उत्तर प्रदेश हॉकी संघ की मेहनत का नतीजा है कि यहां से निकलने वाली प्रतिभा को हर सुविधा प्रदान की जा रही है।
मंच सम्मानित करने के लिए जब शारदानंद को पुकारा गया तो दर्शक दीर्घा में बैठे पिता गंगा प्रसाद तिवारी का सीना गर्व से चौड़ा हो गया।
उस समय वह और भी भावुक हो गए, जब अधिकारियों ने शारदानंद के साथ ही पिता गंगा प्रसाद तिवारी को भी सम्मानित कर फूल-मालाएं पहनाई।
जूनियर एशिया कप जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम में शामिल प्रदेश के खिलाड़ियों के केडी सिंह बाबू स्टेडियम में हुए सम्मान समारोह में मंगलवार को टीम के कप्तान उत्तम सिंह, विष्णुकांत और शारदानंद को अपर मुख्य सचिव खेल डॉ. नवनीत सहगल ने सम्मानित किया।
वहीं आमिर अली शामिल नहीं हो सके। वह नेशनल हॉकी चैंपियनशिप खेलने के लिये राउरकेला गये हुये हैं। उनकी जगह पर पिता तस्सवुर अली इस कार्यक्रम में शामिल हुये। सहारागंज के निकट दो पहिया वाहन बनाने वाले तस्सवुर अली ने बताया कि सोचा नहीं था कि बेटे के खेल के चलते कभी मुझे भी सम्मानित किया जायेगा। खेल निदेशक डॉ. आरपी सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश के खिलाड़ी हॉकी के बुलंदियों को छू रहे हैं। सम्मानित होने वाले खिलाड़ियों को प्रदेश सरकार की ओर से 3-3 लाख रुपये की धनराशि प्रदान की जायेगी। 20 जून को आयोजित होने वाले एक अन्य कार्यक्रम में यह धनराशि इन खिलाड़ियों को सौंपी जायेगी।
सब जूनियर नेशनल हॉकी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली उत्तर प्रदेश हॉकी टीम के खिलाड़ियों को भी उसी दिन सम्मानित किये जाने की तैयारी है।
जूनियर एशिया कप जीतने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम में भी प्रदेश की खिलाड़ी मुमताज खान भी शामिल है। उन्हें भी उसी दिन तीन लाख रुपये के नकद पुरस्कार के साथ सम्मानित किया जायेगा।
अपर मुख्य सचिव खेल डॉ. नवनीत सहगल ने कहा कि हमें गर्व है कि ओलंपिक और विश्वकप में उत्तर प्रदेश के खिलाड़ी छाये हुए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खेलों को बढ़ावा देने के लिए खेलो इंडिया और फिट इंडिया का संदेश दिया। उसी का नतीजा है कि भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन बेहतर होता जा रहा है।
खेलों में बजट के साथ सुविधाएं बढ़ाई गई हैं। उन्होंने सम्मानित होने वाले खिलाड़ियों से कहा कि यदि कोई खिलाड़ी बेहतर इक्यूपमेंट चाहता है या ट्रेनिंग के लिये विदेश जाना चाहता है तो वह एकलव्य योजना के तहत आवेदन कर सकता है।
बेहतर डाइट के लिए भी खिलाड़ी एकलव्य क्रीड़ा कोष से धनराशि की मांग कर सकते हैं। उन्होंने खेल निदेशक को निर्देशित किया कि इन खिलाड़ियों से आवेदन लेकर औपचारिकताएं पूरी की जाये।
करमपुर के उत्तम सिंह ने बताया कि उनके पिता कृष्णकांत सिंह किसान है। वह मिलने वाली ईनामी धनराशि से पिता के लिये स्कूटी खरीदना चाहते हैं।
इसके अलावा अन्य धनराशि से वह अपने घर की मरम्मत करायेंगे। इसके लिए वह बकाया धनराशि अपने पिता को सौंप देंगे। अडगावा के रहने वाले विष्णुकांत ने बताया कि उन्हें हॉकी खेलने की प्रेरणा अपनी बड़ी बहन से मिली। वह भी नेशनल खिलाड़ी रही।
इतना ही नहीं उनके पिता प्रमेश प्रताप सिंह को भी हॉकी खेलना पसंद था। लेकिन वह गांव से बाहर निकल कर हॉकी नहीं खेल सके। लेकिन पिता के सपने को विष्णुकांत ने पूरा कर दिखाया।