जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह (90) सोमवार (7 अगस्त) को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक, 2023 पर चर्चा के दौरान राज्यसभा के मानूसन सत्र में नजर आये।
काफी समय बाद पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की मौजूदगी राज्यसभा में दर्ज हुई है। दरअसल मनमोहन सिंह अपनी खराब सेहत की वजह से सक्रिय राजनीति से दूर है।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक चर्चा के दौरान वो नजर आये क्योंकि कांग्रेस ने अपने सांसदों को व्हिप जारी किया था और सदन में मौजूद रहने के लिए कहा था। इतना ही नहीं अस्वस्थ नेताओं के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था करने तक, हर वो कदम उठाया था जिससे विधेयक पर चर्चा के दौरान सत्तापक्ष को कड़ी चुनौती दी जा सके।
वहीं राज्यसभा में इस बिल को पेश किया गया है जबकि लोकसभा में गुरुवार को बिल लोकसभा से पारित हो गया था। बता दें कि कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन के सभी दलों की कोशिश है कि विधेयक पर चर्चा के दौरान सदन में उनके सदस्यों की 100 फीसदी उपस्थिति दर्ज करायी जाये। इस बिल पर चर्चा के दौरान आम आदमी पार्टी, कांग्रेस, आरजेडी समेत इंडिया के विपक्षी दलों के सभी सदस्यों ने इस बिल का विरोध किया।
राज्यसभा में दिल्ली सेवा बिल पर बहस का जवाब देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि वह सबूत देंगे कि यह विधेयक किसी भी एंगल से सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन नहीं करता है।यह विधेयक दिल्ली पर मौजूदा केंद्र सरकार के अध्यादेश को बदलने का प्रयास है।
यहां की सरकार को सीमित अधिकार दिए गए हैं…
गृह मंत्री ने कहा कि 19 मई 2023 को लाए गए अध्यादेश के जगह हम विधि द्वारा व्यवस्था को स्थापित करना चाह रहे हैं।दिल्ली कई माइनों में सभी राज्यों से अलग प्रदेश है।
यहां सुप्रीम कोर्ट है, एबेंसी हैं, यहां पर है देश की राजधानी है. बार-बार दुनियाभर के राष्ट्रीय अध्यक्ष यहां पर चर्चा करने के लिए आते हैं। इसीलिए दिल्ली को यूनियन टेरिटरी बनाया गया. यहां की सरकार को सीमित मात्र अधिकार दिए गए हैं.