Monday - 28 October 2024 - 8:23 AM

सवालों के घेरे में UPPSC, दांव पर प्रतिष्ठा

जुबिली पोस्ट ब्यूरो

लखनऊ। प्रदेश के विकास को गति देने के लिए जिन अधिकारियों को संघ लोक सेवा आयोग चुनता है अब वही सवालों के घेरे में आ रहा है। हैरानी तो तब और भी ज्यादा होती है जब आधी रात को लोक सेवा आयोग में सघन जांच पड़ताल की खबरें कानो तक पहुंचे।

जिम्मेदार और नैतिकतावादी अधिकारियों की भर्ती करने वाले आयोग पर जब देर रात एसटीएफ के साथ पीएसी और पुलिस फोर्स जांच करने पहुंचे तो सवालों में घिरते आयोग की प्रतिष्ठा खुद-ब-खुद दांव पर लग जाती है। ऊपर से पीसीएस मेंस 2018 में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों में पेपर लीक होने की चर्चा भी जोरो पर रही।

मंगलवार आधी रात को लोक सेवा आयोग में सघन जांच पड़ताल की गई। लखनऊ से पहुंची एसटीएफ के साथ पीएसी और पुलिस फोर्स भी मौजूद रही। चर्चा रही कि पेपर लीक प्रकरण की जांच के लिए टीम आई है, हालांकि किसी अधिकारी ने इसकी पुष्टि नहीं की।

आयोग के भीतर जब एसटीएफ के अफसर जांच में लगे थे, बाहर एसडीएम फूलपुर और सदर तहसीलदार आपस में चर्चा करते रहे। एसपी सिटी भी मौके पर दिखे लेकिन पूछने पर उन सबने मामले से अनभिज्ञता जताई। बस इतना कहा कि हम सब सिर्फ गवाह हैं।

आधी रात एसटीएफ के छापे से धूमिल हुई छवि !

प्रयागराज स्थित उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग मुख्यालय में मंगलवार आधी रात पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की। एलटी ग्रेड परीक्षा पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने वाराणसी पुलिस के साथ में छापा मारा। यहां लोकसेवा आयोग की तीसरी मंजिल पर एक अधिकारी के बेडरूम से लेकर अन्य कई कमरों की छानबीन की गई। यहां से कई दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं।

कार्रवाई देर रात तक चलती रही। इससे पहले वाराणसी में एसटीएफ ने कोलकाता में पेपर छापने वाली प्रिटिंग प्रेस के मालिक को गिरफ्तार किया था। एसटीएफ के साथ वाराणसी पुलिस की एक स्पेशल टीम देर रात प्रयागराज पहुंची। एसटीएफ की प्रयागराज यूनिट के अधिकारी भी यहां कार्रवाई में शामिल हुए।

परीक्षा नियंत्रक के आवास और ऑफिस की होगी तलाशी, सर्च वारंट जारी

उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की परीक्षा नियंत्रक अंजू कटियार के आवास और कार्यालय की तलाशी के लिए सर्च वारंट जारी किया गया है। भ्रष्टाचार की अदालत के विशेष न्यायाधीश की ओर से एलटी ग्रेड की परीक्षा के पेपर लीक होने के मामले में यह वारंट जारी किया गया है।

इस मामले में दर्ज मुकदमे में आरोपी कौशिक कुमार कर ने सचिव को 10 लाख रुपये देने की बात स्वीकारी थी। इसी की बरामदगी के लिए सर्च वारंट जारी करने का अनुरोध आवेदन में किया गया था।

सैंपल पेपर के साथ गिरफ्तार हुआ था आरोपी

26 मई को लोक सेवा आयोग का पेपर छापने वाले प्रिटिंग प्रेस के मालिक आरोपी कौशिक कुमार को इलाहाबाद स्थित लोकसेवा आयोग ऑफिस के पास से एसटीएफ ने सैम्पल पेपर के साथ गिरफ्तार किया था। 2018 में हुई एलटी ग्रेड की परीक्षा में आरोपी ने परीक्षा के एक दिन पहले सहयोगी आरोपियों के जरिए प्रति छात्र ढाई से 5 लाख लेकर 50 छात्रों को हल पेपर मुहैया कराया गया।

आरोपी लोक सेवा आयोग की सचिव से मिलने गया। तब पीसीएस मेंस का सील पेपर छापने को दिया गया था। पेपर लीक के बदले 10 लाख दिए जाने का आरोप है।

पीसीएस मेंस टलवाने के लिए डिप्टी सीएम से मिले अभ्यर्थी

पीसीएस-2018 की मुख्य परीक्षा टालते हुए परीक्षा तिथि आगे बढ़ाए जाने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने मंगलवार को डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा।

भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष कौशल सिंह की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल ने डिप्टी सीएम को ज्ञापन देकर अन्य राज्यों की प्रतियोगी परीक्षाओं का हवाला देते हुए मांग की कि अभ्यर्थियों को पीसीएस मेंस की तैयारी के लिए अतिरिक्त समय दिया जाए।  पीसीएस-2018 की मुख्य परीक्षा 17 जून को प्रस्तावित है।

पहली बार यह परीक्षा नए पैटर्न पर होनी जा रही है। ऐसे में अभ्यर्थियों तैयारी के लिए अतिरिक्त समय चाहिए, ताकि 19 हजार अभ्यर्थियों का भविष्य खराब न हो। अभ्यर्थियों ने डिप्टी सीएम को बताया कि दूसरे राज्यों में भी किसी परीक्षा में नया पैटर्न लागू होने पर तैयारी के लिए अभ्यर्थियों को अतिरिक्त समय दिया जाता है।

डिप्टी सीएम ने कहा कि अभ्यर्थियों की बात मुख्यमंत्री के समक्ष मजबूती से रखी जाएगी। किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। अभ्यर्थियों ने यह भी तय किया कि अल्लापुर डेलीगेसी में हस्ताक्षर अभियान पूरा होने पर बुधवार को मुख्यमंत्री को डाक के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित किया जाएगा।

सिविल सेवा परीक्षा की तरह हुआ पैटर्न

पीसीएस 2018 मुख्य परीक्षा के पैटर्न को अब संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा मुख्य परीक्षा (आईएएस मेन्स) की तरह कर दिया गया है। सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में जिस तरह का पाठ्यक्रम है, उसी पाठ्यक्रम से मिलता- जुलता पाठ्यक्रम पीसीएस मेन्स के लिए तैयार किया गया है। दोनों मुख्य परीक्षाओं का पैटर्न और पाठ्यक्रम एक जैसा होने का प्रतियोगी छात्रों को फायदा होगा। इस वजह से उन्हें दोनों परीक्षाओं के लिए अलग-अलग तैयारी नहीं करनी होगी।

पहले ये थी प्रक्रिया

पूर्व में पीसीएस मेन्स में जीएस के दो और दो ऐच्छिक विषयों के चार प्रश्न पत्रों की परीक्षा होती थी। लेकिन अब जीएस के प्रश्न पत्रों की संख्या दो से चार कर दी गई है जबकि ऐच्छिक विषय को एक करते हुए इस विषय के दो प्रश्न पत्रों की परीक्षा कराई जाएगी।

पूर्व में ऐच्छिक विषयों की परीक्षा अलग-अलग तिथियों पर होती थी इसलिए इसमें ज्यादा वक्त लग जाता था लेकिन अब ऐच्छिक विषय के दोनों प्रश्न पत्रों की परीक्षा भी एक ही दिन हो जाएगी। इसलिए वक्त कम लगेगा।

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