जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से कमला क्लब में अंपायरों के लिए प्रदेशस्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में अंपायरों को क्रिकेट के नए नियमों की जानकारी दी गई।
ये जानकारी किसी और ने नहीं बल्कि बीसीसीआई के अंपायर कमेटी के चेयरमैन अमीश साहेबा ने दी। इस कार्यशाला में यूपी के अंपायरों को क्रिकेट के नए नियमों से परिचित कराया गया।
इतना ही नहीं बीसीसीआई के अंपायर कमेटी के चेयरमैन अमीश साहेबा ने वीडियो दिखाकर अंपायर के परिणाम व उसके निष्कर्ष के बारे में विस्तार से बताया।
इस दौरान प्रदेश भर के विभिन्न जिलों के अंपायरों के अनुभव व उनकी योग्यता को परखा गया। इस अवसर पर मैदान में खिलाडय़िों से व्यवहार व निर्णय लेने की क्षमता के बारे में भी जरूरी जानकारी दी गई। कार्यशाला में तय हुआ कि यूपीसीए की ओर से जल्द जिलों में भी अंपायर कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने इस कार्यशाला के माध्यम से सभी अम्पायरों को कई चीजों से अवगत कराया।
अमीश साहेबा के बारे में
अमीश साहेबा पूर्व अंतर्राष्ट्रीय अंपायर व वर्तमान में बीसीसीआई अंपायर कमेटी के चेयरमैन है। अमीश साहेबा ने 2008 में न्यूजीलैंड के डुनेडिन में खेले गए न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज के मैच में अंपायरिंग की थी। उन्होंने कुल 13 टेस्ट मैच, 64 एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच, 6 टी-20 मैच में अंपायरिंग की है। उनके सहयोग के लिए बीसीसीआई के अंपायर अनुराग राठौर मौजूद रहेंगे।
बीसीसीआई के अंपायर अमीश साहेबा ने बीसीसीआई के नए नियमों से अवगत कराया और बेहतर अंपायरिंग करने के टिप्स दिए। कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. गौर हरि सिंघानिया क्रिकेट एकेडमी के सीईओ दीपक शर्मा ने किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष श्याम बाबू थे। एसोसिएशन के निदेशक युद्धवीर सिंह, , रियासत अली, मोहम्मद फहीम, अरविंद श्रीवास्तव, अहमद अली खान आदि मौजूद रहे।
इस कार्यशााला के माध्यम से यूपी में अम्पायरिंग के स्तर को सुधारने की बड़ी पहल बताया जा रहा है। कार्यशाला के अंतिम दिन यूपीसीए के डारेक्टर युदध्वीर सिंह ने बताया कि ने बताया कि यूपीसीए ने अम्पारिंग के स्तर को और बेहतर करने के लिए इस कार्यशाला का आयोजन किया है।
उन्होंने कहा कि यूपीसीए की इस कार्यशाला में यूपी के जितने अम्पायरों ने हिस्सा लिया और परीक्षा दी है। उनके इस परीक्षा परिणाम के आधार पर यूपीसीए आने वाले समय में इनकी तैनाती यूपी में करेंगा। हालांकि उन्होंने कहा कि जो अम्पायर इस कार्यशाला में भाग नहीं ले सके हैं उनकी तैनाती को लेकर यूपीसीए विचार करेंगा।
उन्होंने कहा कि यूपीसीए ने पहले ही अम्पायरों की फीस बढ़ा दी है। इस अवसर पर यूपीसीए ने अपने पुराने अम्पारयों को भी सम्मानित किया है। यूपीसीए ने 1980 के दशक के अंतरराष्टï्रीय अम्पाय , गिरिश कपूर, प्रकाश मिश्रा, एहसान वाहिदी और वरिष्ठï स्कोरर सौरभ चतेुर्वेदी को सम्मानित किया।