जुबिली न्यूज डेस्क
यूपी विधानसभा का शीतकालीन सत्र 28 नवंबर 2023 से शुरू हो गया है. पहले ही दिन समाजवादी पार्टी ने योगी सरकार पर आक्रामक रुख अख्तियार किया है. सपा विधायक सरकार के खिलाफ विरोध दर्ज कराने के लिए काले कपड़े पहनकर पहुंचे. सपा नेताओं का कहना है कि सदन में मोबाइल और पोस्टर बैनर बैन कर दिया है. ऐसे में अब प्रदर्शन का यही तरीका बचा है.
उधर, सपा के वरिष्ठ नेता और विधायक शिवपाल सिंह यादव ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर सरकार को घेरा. उन्होंने आरोप लगाया कि योगी सरकार संवाद नहीं चाहती. शिवपाल यादव ने लिखा- बिजली, पानी, सड़क, खेती-किसानी और कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर असफल हुई सरकार, अब इतनी निःशब्द है कि सदन में भी संवाद नहीं करना चाहती.
तस्वीरों में सपा विधायक अतुल प्रधान, राकेश प्रताप सिंह समेत कई नेता नजर आ रहे हैं. कोई काली शॉल तो कोई काली सदरी में दिखाई दे रहा है. वहीं, कुछ नेता पूरी की पूरी काली वेशभूषा में नजर आए. गौरतलब है कि नए नियम के तहत सदन में विरोध के लिए बैनर-पोस्टर, काले झंडे दिखाना बैन हो गया है. ऐसे में विरोध के लिए सपा नेताओं ने ये तरीका निकाला है.
बता दें कि विधानसभा का ये शीतकालीन सत्र नई नियमावली के साथ शुरू हो रहा है. सपा विधायकों ने इसका विरोध किया है. वो सदन में काले कपड़े पहनकर पहुंचे. इसके साथ ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है. सदन में भी दोनों आमने-सामने होंगे.
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सदन में बोले बरसे अखिलेश
विधानसभा में बोलते हुए सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष विपक्ष का सामना नहीं करना चाहता. इसलिए सेशन कम समय का रखा है. इसे छोटा किया गया है. हम काले कपड़े पहनकर सरकार का विरोध कर रहे हैं. नई नियमावली का विरोध कर रहे हैं क्योंकि ये लोग लोकतंत्र को कमजोर करना चाहते हैं. तानाशाही हो रही है.
उधर, सीएम योगी आदित्यनाथ ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि आज से विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है. मैं सभी विपक्षी दलों से अपील करता हूं कि सदन की गरिमा बनाए रखें. सरकार जनता के हित से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है. सरकार विपक्ष के सभी सवालों का जवाब देने के लिए तैयार है.