न्यूज़ डेस्क
जहां एक तरफ देश में कोरोना ने कोहराम मचा रखा है तो वहीं दूसरी तरफ मौसम भी अपना अलग ही रूप दिखा रहा है। बीते दी आई आंधी और पानी ने उत्तर प्रदेश में अलग अलग जगहों पर करीब 28 लोगों की जान ले ली। अधिकतर मौतें आकाशीय बिजली गिरने से हुई। इसमें सबसे ज्यादा आठ मौतें उन्नाव में हुई। साथ ही दीवार और पेड़ गिरने से भी कई लोगों की जान चली गई।
प्रदेश में आंधी और पानी ने मचाई तबाही पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक व्यक्त किया है। साथ ही मरने वालों के परिजनों को चार चार लाख रूपये राहत राशि देने के निर्देश दिए हैं।
बीते दिन यानी शनिवार को आंधी पानी ने प्रदेश के कई जिलों में जमकर कहर मचाया। इनमें उन्नाव में आठ रायबरेली और कन्नौज में पांच-पांच, आगरा में तीन और लखनऊ, कानपुर, बांदा, फतेहपुर, लखीमपुर खीरी, मुजफ्फरनगर के साथ ही मैनपुरी में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। जबकि फिरोजाबाद में दस लोग बुरी तरह से घायल हुए हैं।
ये भी पढ़े : असामान्य परिस्थितियों से मजदूरों को बाहर निकालना होगा
ये भी पढ़े : हिंदी पत्रकारिता दिवस पर मीडिया मंच के विशेष अंक का विमोचन
ये भी पढ़े : जनता त्रस्त है और भाजपा मस्त है !
आंधी पानी के कहर का इंसान ही नहीं जानवर भी शिकार हुए है आगरा में 10 पशुओं की मौत हुई है। मैनपुरी में 20 पशुओं के मरने की भी खबर है। इसके अलावा कई जगहों पर कच्चे मकान और झोपडियां ढह गई।
मई में बारिश ने तोडा रिकॉर्ड
बीते दिन हुई बारिश ने पिछले 61 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। शनिवार को हुई बारिश 57.4 मिलीमीटर दर्ज की गई। इससे पहले 28 मई, 1959 को 24 घंटे के दौरान 57 मिलीमीटर बारिश हुई थी. राहत आयुक्त कार्यालय के मुताबिक आगरा, मैनपुरी, हाथरस, बरेली, पीलीभीत, कानपुर देहात, कानपुर नगर, औरैया, लखीमपुर खीरी, उन्नाव, मुजफ्फरनगर, हरदोई में बारिश अधिक हुई है।
अगले दो दिन तक बदला रहेगा मौसम
वहीं, मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिन तक मौसम बदला रहेगा। इस दौरान लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी। हालांकि राहत आयुक्त के निर्देश पर जिलाधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है। कहीं से भी किसी प्रकार की घटना की सूचना मिलने पर राहत टीम भेजी जाए, जिससे पीड़ितों की हर संभव मदद की जा सकेगी।