जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। देश में एक बार फिर हॉकी की हवा देखने को मिल रही है। दरअसल ओलम्पिक में भारतीय हॉकी टीम ने 41 साल बाद पदक जीता था। इसके बाद से ही भारत में एक बार फिर हॉकी को लेकर लोगों की सोच में बदली है।
इतना ही नहीं लोग एक बार फिर भारतीय हॉकी को सपोर्ट करते नजर आ रहे हैं। इसका नतीजा यह रहा कि तमिलनाडु में आयोजित 11वीं हॉकी इंडिया जूनियर पुरुष राष्ट्रीय हॉकी चैंपियनशिप में उत्तर प्रदेश की टीम की ओर से बेहतरीन प्रदर्शन कर स्वर्ण पदक जीतकर यूपी की हॉकी को एक बार फिर बुलंद कर दिया है।
टीम के वापस लौटने के बाद से खिलाडिय़ों को सम्मानित करने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी क्रम में यूपी की स्वर्ण पदक विजेता जूनियर हॉकी टीम का स्वागत केडी सिंह बाबू स्टेडियम में मंगलवार की दोपहर को किया गया है। इस अवसर पर खेल निदेशक आरपी सिंह भी मौजूद थे।
30 साल बाद हॉकी की टीम बनी चैंपियन
इस अवसर पर खेल निदेशक आरपी सिंह ने जुबिली पोस्ट को बताया कि मौजूदा सत्र उत्तर प्रदेश हॉकी के लिए शानदार रहा है। उन्होंने बताया कि यूपी हॉकी ने इस सत्र में 6 में चार पदक जीतकर एक बार फिर यूपी हॉकी को राष्ट्रीय फलक पर बुलंद कर दिया है।
खेल निदेशक आरपी सिंह ने कहा कि यूपी हॉकी की बेहतरी के लिए खेल विभाग हर तरह से तैयार है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में यूपी हॉकी में कई बदलाव देखने को मिलेगे।
उन्होंने कहा कि यूपी की इस शानदार जीत से एक बार फिर यूपी की हॉकी पटरी पर लौटेंगी। उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश हॉकी संघ लगातार नई प्रतिभा को आगे बढ़ाने के लिए काम कर ही है। उन्होंने कहा कि यूपी में हॉकी की प्रतिभाएं भरी पड़ी है और उनको तराशने की जरूरत है। तराशा जायेगा। उन्होंने बताया कि यूपी हॉकी संघ की पूरी कोशिश है कि यूपी के हॉकी खिलाडिय़़ों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाने के साथ भविष्य का सितारे के रूप में स्थापित करने का मौका प्रदान किया जाये।
उन्होंने कहा कि जूनियर चैंपियनशिप में 30 साल बाद प्रदेश की टीम राष्ट्रीय चैंपियन बनी है। खेल निदेशक ने कहा कि खेलो इंडिया योजना के अंतर्गत एक जिला एक खेल योजना को जल्द ही शुरू किया जाएगा। इस बाबत हर जिले में समितियां बनाई जा रही है।
यूपी हॉकी ने सब जूनियर, जूनियर व सीनियर बालक व पुरुष प्रतियोगिताओं और महिला सब जूनियर की टीम ने पदक जीता है। जूनियर चैंपियनशिप में 30 साल बाद प्रदेश की टीम राष्ट्रीय चैंपियन बनी है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश ने चंडीगढ को 3-1 से हराकर 11वीं जूनियर राष्ट्रीय पुरूष हॉकी चैम्पियनशिप पर कब्जा किया था। उत्तर प्रदेश ने टूर्नामेंट में एक भी मैच गंवाया नहीं था।
टीम के झांसी लौटने पर सभी खिलाडय़िों को सम्मानित किया गया।प्रदेश की टीम में यह खिलाड़ी थे शामिल लखनऊ के आमिर अली, अरुण साहनी, शारदानंद तिवारी, विकास गौड़, प्रतीक निगम, मनीष साहनी, शारदानंद तिवारी, प्रयागराज के मोहम्मद हारिस, जैद मोहम्मद, राजन गुप्ता, गाजीपुर के विष्णुकांत सिंह, गोरखपुर के राजन गुप्ता व आदित्य सिंह, भदौही के अमित यादव, झांसी के सौरभ आनंद, वाराणसी के समर्थ प्रजापति, सुमित कुमार, सूरज कुमार, अंकित सिंह प्रदेश की टीम में शामिल थे। टीम मैनेजर राजेश सोनकर व प्रशिक्षक के रूप में विकास पाल रहे।
बता दे कि ओलंपिक 2020 के आयोजन से पहले भारत ने हॉकी में 41 सालों से कोई ओलंपिक मेडल जीता था. इससे पहले 4 दशकों तक उसकी झोली में ओलंपिक पदकों का सूखा ही चल रहा था।