जुबिली न्यूज डेस्क
कोटा: शिक्षा की नगरी कोटा को आखिर क्या हो गया, किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा है। बुधवार की रात को एक और कोचिंग छात्रा ने आत्महत्या कर ली। जिसकी पहचान उत्तर प्रदेश के औरैया जिले की निशा यादव के रूप में हुई है। निशा यहां पर नीट एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी के लिए कोचिंग कर रही थी। कोटा में इस साल अब तक सुसाइड का आंकड़ा 29 तक पहुचं चुका है।
सुसाइड से पहले पिता को किया फोन
अपनी जान देने के पहले निशा यादव ने पिता से बात की थी। पिता ने जब दोबारा फोन लगाया तो बेटी निशा ने फोन नहीं उठाया। उसके बाद पिता ने फिर फोन किया और हॉस्टल स्टाफ को बेटी से बात कराने की बात कही। लेकिन निशा ने दरवाजा नहीं खोला और यहीं पर हॉस्टल स्टाफ से लेकर पिता का शक गहरा गया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। निशा की उम्र करीब 21 साल बताई गई है।
हॉस्टल में किया सुसाइड
अभी तक की जांच पड़ताल में सामने आया कि निशा यादव कोटा शहर के महावीर नगर फर्स्ट इलाके में स्थित हॉस्टल में रह रही थी और यहीं पर उसने सुसाइड किया है। इसके पहले निशा यादव कोटा शहर के इंदिरा विहार इलाके में रहा करती थी। 18 नवंबर को ही उसने इंदिरा विहार छोड़कर महावीर नगर फर्स्ट में हॉस्टल में कमरा लिया था। इस दौरान उसके पिता खुद साथ थे। पिता 23 नवंबर को कोटा से बेटी से मिलकर उसका हॉस्टल शिफ्ट कराकर वापस गए थे। फिलहाल कोई सुसाइड का कारण अभी तक सामने नहीं आया। निशा का शव पुलिस ने कोटा के एमबीएस हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवा दिया गया। परिजनों के आने के बाद पोस्टमार्टम किया जाएगा।
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कमरे का गेट तोड़ा तो लटकी मिली निशा
मामले में हॉस्टल स्टाफ की सूचना पर जवाहर नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और कमरे का गेट तोड़ा। इसके बाद निशा फांसी पर लटकी हुई मिली। हॉस्टल में 19 कमरे हैं। करीब 12 गर्ल्स स्टूडेंट्स यहां रहती है। निशा के सुसाइड करने से सभी फिलहाल गुमसुम है।