जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव को लेकर जंग तेज हो गई है। राज्यसभा चुनाव को लेकर सपा-बसपा आमने सामने हैं।
दरअसल मंगलवार को दोपहर 3 बजे नामांकन दाखिल करने का वक्त खत्म होने वाला था और ऐसा लग रहा था कि इस बार चुनाव निर्विरोध हो जाएगा लेकिन इसके बाद कहानी में नया मोड तब आ गया था जब नर्दलीय प्रत्याशी प्रकाश बजाज ने अपना पर्चा दाखिल कर दिया।
प्रकाश के प्रस्तावकों में दस के दस नाम सपा विधायकों के थे। इसके बाद से यूपी की सियासी पारा चढ़ गया था लेकिन अब हालात फिर पहले जैसे हो गए है और 10 सीटों पर निर्विरोध चुनाव होना तय लग रहा है।
ये इसलिए संभव हो पाया क्योंकि समाजवादी पार्टी (सपा) के समर्थन से चुनाव लड़ रहे निर्दलीय प्रत्याशी प्रकाश बजाज का पर्चा खारिज हो गया है।
कहा जा रहा था कि बसपा में प्रकाश बजाज की वजह से बगावत हो गई थी। हालांकि अब जब उनका पर्चा खारिज हो गया है तो बसपा के बागियों की ये मेहनत बेकार हो गई है।
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दूसरी ओर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्रत्याशी राम जी गौतम नामांकन सही पाया गया है और वो बसपा से राज्य सभा चुनाव के दंगल में ताल ठोंकते नजर आयेगे।
इससे पहले, राज्यसभा के लिए हो चुनाव में बसपा प्रत्याशी रामजी गौतम के दस प्रस्तावकों में से 5 ने अपना प्रस्ताव वापस ले लिया था।
बसपा के असलम चौधरी, असलम राईनी, मुज्तबा सिद्दिकी, हाकम लाल बिंद, गोविंद जाटव ने अपना प्रस्ताव वापस ले लिया था। इसके बाद बागी विधायकों में सुषमा पटेल और वंदना सिंह का भी नाम जुड़ गया था।
अब 8 बीजेपी, एक सपा और एक बसपा का राज्यसभा सदस्य चुना जाना लगभग तय है। उधर प्रकाश बजाज ने इस पूरे मामले पर बड़ा बयान दिया है और कहा कि इस मामले को लेकर कोर्ट जाने की तैयारी में है।