जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ. पंजाब की रोपड़ जेल में बंद माफिया सरगना मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश वापस लाने के लिए पंजाब गई यूपी पुलिस को एक बार फिर बैरंग वापस लौटा दिया गया है. रोपड़ के जेल अधीक्षक ने ने उत्तर प्रदेश पुलिस से कहा कि मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर मुख्तार अंसारी को यूपी पुलिस के हवाले नहीं किया जा सकता.
रोपड़ के जेल अधीक्षक को उत्तर प्रदेश पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट का नोटिस सौंपा. जेल अधीक्षक ने कहा कि हमारे वकील इस नोटिस का जवाब सुप्रीम कोर्ट में दाखिल करेंगे.
मुख्तार अंसारी को यूपी सरकार उत्तर प्रदेश की अदालतों में चल रहे मुकदमों के मद्देनज़र पंजाब से उत्तर प्रदेश लाना चाहती है. प्रयागराज के एमपी-एमएलए कोर्ट के स्पेशल जज ने भी रोपड़ के जेल अधीक्षक और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को पत्र लिखा है. अदालत से 12 अक्टूबर 2020 को लिखे गए पात्र में मुख्तार के गाजीपुर स्थित मोहम्मदाबाद का पता लिखा गया है.
दरअसल साल 2014 में आजमगढ़ में एक निर्माणाधीन सड़क के ठेके को लेकर हुए एक विवाद में मुख्तार अंसारी के गिरोह ने एक मजदूर की हत्या कर दी थी. इस मामले में जिन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था उसमें मुख्तार अंसारी का नाम भी शामिल था. इसी मामले में मुख्तार को अदालत में पेश होना है.
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गाजीपुर पुलिस पहले भी रोपड़ जेल से मुख्तार अंसारी को लाने के लिए गई थी लेकिन पुलिस को यह कहकर लौटा दिया गया था कि मुख्तार अंसारी अस्वस्थ हैं और डाक्टरों ने उन्हें तीन महीने के कम्प्लीट बेड रेस्ट की सलाह दी है. पिछले कुछ महीनों में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद गिरोह के खिलाफ जिस तरह से अभियान चलाया और उनकी संपत्तियों पर बुल्डोजर चलाया उसी के बाद रोपड़ जेल में बंद मुख्तार अंसारी की तबियत काफी खराब हो गई थी.