- पेपर लीक को लेकर योगी सरकार के नए कानून का दिख रहा असर
- यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा से सॉल्वर गैंग, नकल माफियाओं और पेपर लीक गैंग ने बनायी दूरी
- तीसरे दिन 67 जिलों के 1174 केंद्रों पर 6,78,767 अभ्यर्थियों ने दी परीक्षा, 185 संदिग्ध चिन्हित
- पुलिस ने रविवार को शांतिपूर्ण परीक्षा में बाधा डालने पर दर्ज किये 8 मुकदमे, 10 आरोपियों को किया अरेस्ट
- परीक्षार्थियों ने की सीएम योगी की तारीफ, सीएम ने जो कहा, वह करके दिखाया
लखनऊ. यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा तीसरे दिन रविवार को भी सकुशल संपन्न हुई। प्रदेश के 67 जिलों के 1174 केंद्रों पर संपन्न हुई परीक्षा को लेकर कोई भी अप्रिय घटना सामने नहीं आयी।
यह योगी सरकार की ओर से पेपर लीक की घटनाओं को रोकने और नकल विहीन परीक्षा कराने के दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। पेपर लीक की घटनाओं को रोकने के लिए सीएम योगी ने हाल ही में सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम-2024 को सदन में पारित कर प्रदेश में लागू किया है।
इसमें प्रावधान है कि इस अधिनियम के तहत आने वाले अपराध गैर जमानती होंगे। सीएम योगी के इस सख्त निर्णय से नकल माफिया, सॉल्वर गैंग और पेपर लीक जैसी गतिविधियों में लिप्त लोगों ने इससे किनारा कर लिया। योगी सरकार की सख्ती का ही नतीजा रहा कि तीनों दिन परीक्षा सकुशल संपन्न हुई। वहीं नकल विहीन और पारदर्शी तरीके से परीक्षा आयोजित करने के लिए परीक्षार्थियों ने सीएम योगी की तारीफ की। उनका कहना है कि सीएम योगी ने जो कहा, वह करके दिखा दिया।
तीन दिन में 25 से अधिक एफआईआर, 36 पुलिस के हत्थे चढे़
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष राजीव कृष्णा ने बताया कि तीन दिन में 19,84,645 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी जबकि 24,64,323 अभ्यर्थियों ने प्रवेश पत्र डाउनलोड किया।
वहीं परीक्षा केंद्र पर चेकिंग के दौरान 318 संदिग्धों को चिन्हित किया गया। हालांकि सभी ने पेपर दिया। बोर्ड सभी संदिग्धों की स्क्रूटनी करेगा। इसके अलावा पुलिस ने शांतिपूर्ण परीक्षा कराने के लिए तीन दिनों में 25 से अधिक एफआईआर दर्ज कीं, जबकि 36 आराेपियों को अरेस्ट किया गया।
परीक्षा के तीसरे दिन दो पालियों में 6,78,767 परीक्षार्थियों ने एग्जाम दिया। इसमें पहली पाली में 3,37,647 अभ्यर्थी उपस्थित रहे जबकि 4,10,097 ने प्रवेश पत्र डाउनलोड किया था।
इस पाली में 84 संदिग्ध अभ्यर्थी भी पकड़े गये। हालांकि इन्हे पेपर देने दिया गया। इन पर भर्ती बोर्ड की नजर बनी रहेगी। इसी तरह दूसरी पाली में 3,41,120 अभ्यर्थी उपस्थित रहे जबकि 4,10,053 ने प्रवेश पत्र डाउनलोड किया था। इस पाली में 101 संदिग्ध अभ्यर्थी पकड़े गये।
हालांकि इन्हे पेपर देने दिया गया जबकि पेपर के बाद भी इन पर बोर्ड की नजर बनी रहेगी। उन्होंने बताया कि दोनों पालियों में 70.67 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। वहीं तीसरे दिन भी परिवहन निगम की ओर से अभ्यर्थियों को फ्री बस की सुविधा उपलब्ध करायी गई। इतना नहीं प्रदेश के विभिन्न जिलों में इलेक्ट्रिक बस में भी परीक्षार्थियों को फ्री सफर की सौगात दी गयी।
8 मुकदमे दर्ज किये गये, 10 को भेजा जेल
नकल विहीन और शांतिपूर्ण परीक्षा संपन्न कराने के लिए प्रदेश के सभी सेंटर पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस मुस्तैद रही। परीक्षार्थियों को तीन चरणों की चेकिंग के बाद अंदर प्रवेश दिया जा रहा था। परीक्षा के तीसरे दिन पुलिस ने 8 मुकदमे दर्ज किये जबकि 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। इनमें कानपुर में 3, झांसी, बलरामपुर और जौनपुर में 2-2 और अलीगढ़ में एक आरोपी को दबोचा गया।
परीक्षार्थी ने की सीएम योगी की तारीफ
सुल्तानपुर के परीक्षार्थी सूरज ने योगी सरकार की चाक चौबंद व्यवस्था की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि नकल रोकने के लिए योगी सरकार की ओर से प्रभावी कदम उठाये गये, जिसकी जितनी तारीफ की जाएग कम है। लखनऊ के राजाजीपुर के शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि अब हम उस दिन का इंतजार है जब हम यूपी पुलिस का हिस्सा बनेंगे और सीएम योगी के सपनों को साकार करने में अपना भी योगदान देंगे। अंबेडकरनगर के अमन सिंह ने कहा कि नकल रोकने और पेपर लीक की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए सीएम योगी की ओर से जो कदम उठाये गये वह काबिले तारीफ है। सीएम योगी ने जो कहा था आखिरकार वह करके दिखा दिया इसलिए हम छात्र कहते हैं, योगी हैं तो मुमकिन है।