जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। तालिबान की तारीफ करना मशहूर शायर मुन्नव्वर राणा को अब भारी पड़ रहा है। आलम तो यह है कि अब उन्हें जेल भी जाना पड़ सकता है। दरअसल मुनव्वर मुश्किले तब और बढ़ गई जब हाईकोर्ट ने गिरफ्तारी पर रोक लगाने से मना कर दिया।
गुरुवार को हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। महर्षि वाल्मीकि पर विवादित बयान देने को लेकर उनके खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में केस दर्ज कराया गया था।
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उधर शायर मुन्नव्वर राणा की सेहत को लेकर भी बड़ा अपडेट आ रहा है। दरअसल मुनव्वर राना की तबीयत अचानक खराब हो गई है। उन्हें लखनऊ स्थित पीजीआई अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एफआईआर में क्या कहा गया
एफआईआर में लिखा है कि मुनव्वर ने रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि की तुलना तालिबान से की। इससे हिंदुओं और दलितों के सम्मान और भावना को ठेस पहुंची है।
इस प्रकरण में लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में उनके खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कराया गया था। लखनऊ में अखिल भारतीय हिंदू महासभा और सामाजिक सरोकार फाउंडेशन ने हजरतगंज थाने में तहरीर दी थी। जिसके बाद मुनव्वर राना के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के अलावा 153-ए, 501 (1)-बी और 295-ए के तहत केस दर्ज किया गया है।
मुनव्वर राणा ने यह बयान एक न्यूज चैनल से बातचीत में कही थी। हालांकि बाद में उन्होंने इस पूरे मामले पर सफाई देते हुए कहा था कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है।
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इसके बाद मुनव्वर राणा ने गिरफ्तारी से बचने के लिए हाईकोर्ट पहुंचे थे लेकिन अब कोर्ट ने साफ कह दिया कि वह गिरफ्तारी पर रोक नहीं लगाएगी। हाई कोर्ट की दो सदस्यीय खंडपीठ ने यह फैसला किया।