- मामले की व्यापक छानबीन और दोषियों के खिलाफ उचित कार्यवाही की मांग
- लखनऊ फुटबॉल एसोसिएशन के सचिव कन्हैया लाल को हजरतगंज पुलिस ने किया अरेस्ट
जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। पिछले कई सालों से लखनऊ में फुटबॉल के स्तर को ऊपर पहुंचाने वाले लखनऊ फुटबॉल एसोसिएशन के सचिव कन्हैया लाल की वित्तीय गबन के आरोप लगाकर में की गयी गिरफ्तारी के विरोध में यूपी ओलंपिक एसोसिएशन सहित कई खेल संघोंए फुटबॉल खिलाडिय़ों और खेल प्रेमियों ने नाराजगी जताई है। इस मामले में यूपी ओलंपिक एसोसिएशन क्रे महासचिव डा.आनन्देश्वर पाण्डेय ने प्रदेश सरकार से इस मामले की व्यापक छानबीन कर दोषी व्यक्तियो के खिलाफ उचित कार्यवाही की मांग की है। आज डा.आनन्देश्वर पाण्डेय की अगुवाई में प्रदेश के कई खेल संघ के लोग व पूर्व खिलाड़ी हजरतगंज थाने पहुंचे।
उन्होंने पुलिस पर बिना तथ्यों की जांच किए कन्हैयालाल को गिरफ्तार किये जाने का आरोप लगाया है। डा.आनन्देश्वर पाण्डेय ने कहा कि कन्हैया लाल के खिलाफ कूटरचित कार्यवाही कर एफआईआर दर्ज करायी गयी है। इसमें बताया गया है कि खेल विभाग में टीम मैनेजर के फर्जी हस्ताक्षर कर पैसो का गबन किया गया है।
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डा.आनन्देश्वर पाण्डेय के अनुसार टीम भेजने के मामले में नियम के अनुसार खेल विभाग कोई भी टीम खेल संघों के माध्यम से किसी भी प्रतियोगिता मे भेजता है। उस समय सम्बन्धित खेल के सचिव सभी खर्चे का भार अपने अपने स्तर पर वहन करता है। फिर प्रतियोगिता के बाद उसकी प्रतिपूिर्त के लिए खेल विभाग में खिलाड़ियों के हस्ताक्षर सहित बिल वाउचर जमा होता है। इस पर इस पर पर खेल विभाग धनराशि सम्बन्धित खेल संघ को आवंटित करती है।
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इस मामले में त्रुटि होने पर नियमानुसार खेल विभाग सम्बन्धित खेल संघ के सचिव से उक्त धनराशि की रिकवरी के लिए नोटिस जारी कर उक्त धनराशि वापस लेता है। डा.आनन्देश्वर पाण्डेय ने कहा कि लगता है पुलिस विभाग से किन्ही कारणवश नियमो की अनदेखी हुई है।
उन्होंने कहा कि इस मामले में खेल संघों की बदनामी व आने वाले दिनो मे खेल संघों की कार्यप्रणाली पर बुरा असर पडे़गा जिससे सबसे ज्यादा खिलाडी प्रभावित होंगे। अतः उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन इस प्रकरण की व्यापक छानबीन कर दोषी व्यक्तियो के खिलाफ उचित कार्यवाहीे की मांग करता है। उन्होंने इस पूरे मामले को साजिश करार दिया।
इस मामले में जानकारी के अनुसार कन्हैया लाल के अनुसार लगभग 5000 रूपए के गबन का आरोप लगाया था। इसका मामला 2000 में लगभग दस साल पहले हुआ था। हजरतगंज पुलिस ने इस मामले में मैनेजर मोहित सिंह की तहरीर पर एपफआईआर दर्ज की थी जिसमें आज कन्हैया लाल का आज जालसाजी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। जानकारी के अनुसारं कन्हैया लाल को तब अरेस्ट किया गया जब वह हजरतगंज पुलिस स्टेशन गए थे।
इस मामले में आरोप है कि कन्हैया लाल ने संघ के टीम मैनेजर का फर्जी हस्ताक्षर कर रुपये गबन किए थे। एसीपी हजरतगंज अभय कुमार मिश्र के मुताबिक आरोपित के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उसकी तलाश की जा रही थी।
हालांकि इस मामले में उत्तर प्रदेश की पूरी खेल बिरादरी कन्हैया लाल के साथ है है और उसके सभी समर्थक आज हजरतगंज पुलिस स्टेशन में भी उसके साथ थे। वहीं इस मामले में कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही कई नेशनल व इंटरनेशनल प्लेयर हजरतगंज थाने पहुंचे। इन लोगों ने कन्हैया कुमार को गिरफ्तारी का कड़ा विरोध किया। इस मामले में कई पूर्व व युवा खिलाडिय़ों ने कहा कि अगर कन्हैया कुमार गलत होते तो यूपी ओलंपिक एसोसिएशन सहित समस्त खेल संघ उनके पक्ष में न उतरते।