जुबिली न्यूज डेस्क
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। इस महामारी से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए यूपी सरकार ने मुकम्मल तैयारियां की है। उत्तर प्रदेश ने कोरोना महामारी का सामना हर मोर्चे पर किया। अस्तपाल से लेकर उपकरण तक, मास्क से लेकर वेंटीलेटर तक। प्रवासी श्रमिकों से लेकर दिहाड़ी मजदूरों की मदद तक। हर श्रेणी में उत्तर प्रदेश ने सबसे बेहतर काम किया। 27 अक्टूबर को जारी रिजर्व बैंक आफ इंडिया की स्टेट फाइनेंस रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। प्रदेश का यह प्रदर्शन तब रहा जब प्रति व्यक्ति स्वास्थ्य खर्च के मामले में यूपी नीचे से दूसरे नंबर पर है।
कोरोना काल में राज्यों की तैयारी को आरबीआई ने नौ कसौटियों पर परखा है। जिसमें से 8 में यूपी खरा उतरा। यानी नौ में से आठ श्रेणियों में जगह बनाने वाला यूपी देश का इकलौता राज्य है। जबकि यहां प्रति व्यक्ति मेडिकल खर्च 1065 रुपए है। प्रति व्यक्ति मेडिकल खर्च के मामले में दिल्ली 3808 रुपए के साथ टॉप पर है।
रिजर्व बैंक की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना के कारण राज्यों के राजस्व में जबर्दस्त कमी आई। राज्यों की कमाई के तीन मुख्य स्रोत हैं। स्टेट जीएसटी, स्टाम्प ड्यूटी और केंद्र से मिलने वाला टैक्स का हिस्सा। कोरोना के कारण तीन महीने जीएसटी में 70 फीसदी तक कमी आई। यही स्थिति स्टाम्प और केंद्र से मिलने वाले टैक्स में हिस्सेदारी की रही।
रिपोर्ट में कहा गया है कि संकट की इस घड़ी में पेट्रोल, डीजल और शराब ने बेहाल राज्यों की सेहत में सुधार किया। शराब और पेट्रोल से राज्य को औसतन 25 से 35 फीसदी तक आमदनी होती है। इसलिए 19 राज्यों ने शराब के दाम औसतन 20 फीसदी तक बढ़ाए। 16 राज्यों ने पेट्रोल की कीमत 1 से 5 रुपए तक बढ़ा दीं। इस बढ़ोतरी से तत्काल राजस्व बढ़ गया।
राज्यों को इन कसौटियों पर कसा गया
- हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में सर्वाधिक खर्च कर उसे बेहतर बनाने वाले राज्य (उप्र, आंध्र प्रदेश, झारखंड, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, मप्र छत्तीसगढ़)
- कोरोना मरीजों का मुफ्त इलाज (यूपी, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु)
- टेस्टिंग लैब बनाने के लिए कोरोना केयर फंड (यूपी और उड़ीसा)
- इमरजेंसी लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस (यूपी, त्रिपुरा, तमिलनाडु)
- डाक्टरों व पैरा मेडिकल स्टाफ को एन-95 मास्क वितरण (यूपी, गुजरात, तमिलनाडु, चेन्नई)
- कोरोना की चपेट में आने वालों की सामाजिक मदद (यूपी समेत 18 राज्य)
- मुफ्त राशन वितरण (यूपी समेत 15 राज्य)
- प्रवासी श्रमिकों और दिहाड़ी मजदूरों की मदद (यूपी समेत 12 राज्य)
- मेडिकल स्टाफ के लिए इंश्योरेंस कवरेज, सरकारी कर्मचारियों व पेंशनरों के इलाज को इंश्योरेंस स्कीम (इस श्रेणी में यूपी में शामिल नहीं, केवल प. बंगाल व तमिलनाडु को जगह मिली)
सबसे ज्यादा कोरोना मरीज वाले टॉप 5 प्रदेश
दिल्ली – 14949
आंध्र प्रदेश – 12865
महाराष्ट्र – 11242
कर्नाटक – 8907
तमिलनाडु -7677
(मरीज प्रति 10 लाख में)
सबसे कम कोरोना मरीज वाले 5 प्रदेश
बिहार – 1466
उत्तर प्रदेश -1678
मध्यप्रदेश – 1500
राजस्थान – 1670
हिमाचल प्रदेश – 2010
(मरीज प्रति 10 लाख में)