न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को मुद्दा बनाकर सत्ता हासिल करने वाली बीजेपी अपनी सरकार बनने के बाद उसी मुद्दे में फंसती नजर आ रही है। राज्य की खराब कानून व्यवस्था के चलते योगी सरकार पर लगातार उंगली उठ रही है। इस बीच मृत शय्या पर लेटा विपक्ष को राज्य के अपराधी संजीवनी बूटी प्रदान कर रहे हैं।
प्रदेश में बढ़ते अपराध पर विपक्षी नेताओं ने उग्र तेवर अपनाते हुए सरकार की घेराबंदी तेज कर दी है। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि देखते है बीजेपी कब तक सच से भागेगी। उन्होंने उपचुनाव बाद साइकिल यात्र निकालने की घोषणा की।
उधर, बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट कर राजधानी लखनऊ में अचानक अपराधों में बढ़ोत्तरी पर चिंता जताते हुए सरकार से इस ओर ध्यान देने को कहा। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी प्रदेश की स्थिति को बर्दाश्त से बाहर कह चुकी है।
झांसी में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए पुष्पेंद्र यादव के परिवार वालों से मिलकर गुरुवार को लौटे सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने ट्वीट करके सरकार के रवैये पर आक्रोश जताया।
उन्होंने लिखा, ‘हाईकोर्ट के सिटिंग जज से ‘पुष्पेंद्र यादव हत्याकांड’ की जांच कराने की मांग ठुकराकर भाजपा सरकार ने न्याय का भी एन्काउंटर कर दिया है। देखते हैं भाजपा कब तक सच से भागेगी। फर्जी एन्काउंटर और राजनीतिक संरक्षण में बेखौफ फलफूल रही अराजकता से प्रदेश की जनता त्रस्त हो चुकी है।’
इससे पूर्व अखिलेश ने बयान जारी कर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। कहा कि प्रदेश में मानवाधिकार उल्लंघन के मामलों में सर्वाधिक नोटिस मिली। हिरासत में मौतें भी ज्यादा हुई। सपा सरकार को जगाने की कोशिश कर रही हैं। उपचुनाव के बाद वह साइकिल यात्र निकालेंगे। यह यात्रा गरीबों को न्याय दिलाने के लिए होगी।
वहीं, बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट किया, ‘यूपी की राजधानी लखनऊ में जब खुलेआम अपराध जारी है तो फिर अन्य जिलों की भी दयनीय स्थिति समझी जा सकती है। फर्जी एनकाउंटर को लेकर भी जनता में काफी रोष व बेचैनी है और वे आवाज उठा रहे हैं। स्पष्ट है कि यूपी में कानून का नहीं बल्कि अपराधियों का जंगलराज चल रहा है। सरकार तुरन्त ध्यान दे।’
रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने भी ट्वीट किया, ‘उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार लोगों की तकदीर बदल रही है। मिनटों में सरकार के इशारे पर, पुलिस आपको इनामी माफिया, घोषित कर सकती है। याद रहे, योगी राज में ठोक दिया जाता है, सवाल बाद में पूछती है पुलिस!’
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘उत्तर प्रदेश अपराधराज की भेंट चढ़ चुका है। दुख, दर्द, हिंसा और अत्याचार जनता सह रही हैनेता नहीं। अपराधियों को पूरी छूट है.. स्थिति बर्दाश्त से बाहर हो चुकी है।’
हालांकि विपक्ष के तेवर देख बीजेपी नेता भी एक्शन में आ गए हैं। सरकार पर हमलावर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की बीजेपी ने घेराबंदी शुरू कर दी है। पार्टी ने कहा है कि उन्हें प्रतिक्रिया व्यक्त करने का कोई नैतिक हक नहीं है। बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता डा. समीर सिंह ने कहा कि अखिलेश को राज्य की कानून व्यवस्था पर बोलने का हक नहीं जिनके राज में थानों के भीतर पुलिसकर्मियों की हत्या होती थी। अपराधियों की शरणस्थली रही सपा को योगी सरकार में अपराधियों के खिलाफ हो रही कार्रवाई रास नहीं आ रही है।