न्यूज़ डेस्क
वैसे देखा जाये तो सरकारी विभागों में कई वरिष्ठ लापरवाह अधिकारी भरे हुए हैं। इसी के चलते प्रदेश सरकार ने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निदेशक अंशुल अग्रवाल पर कड़ी कार्रवाई की है। उनको निदेशक पद से डिमोशन करके अभियंता बना दिया गया है। अब देखना ये है कि क्या योगी सरकार का अगला निशाना किस लापरवाह अफसर पर होगा।
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निदेशक रहे अंशुल अग्रवाल का प्रदेश सरकार ने डिमोशन कर दिया है। जी हां उनपर पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बिजली आपूर्ति में लापरवाही के चलते डायरेक्टर से डिमोट कर इंजीनियर बना दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, वाराणसी के चौधरी उप केंद्र से सात जुलाई को 18 घंटे और 21 जुलाई को 36 घंटे बिजली नहीं आई थी। इसके बाद उर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने अंशुल को पदावनत करने का फैसला किया। उन पर अपने काम के प्रति लापरवाही बरतने का आरोप लगाने के बाद ये फैसला लिया गया।
मांगा गया स्पष्टीकरण
इसके बाद बाद पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निदेशक (तकनीकी) अंशुल अग्रवाल से पहले स्पष्टीकरण तलब किया गया। फिर अंशुल अग्रवाल को अपने अधीनस्थ अधिकारियों पर प्रभावी नियंत्रण न रख पाने और उनकी लापरवाही के चलते विभाग की छवि धूमिल करने के कारण तत्काल प्रभाव से निदेशक पद से हटा दिया गया है।
बता दें कि अंशुल अग्रवाल पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के तकनीकी निदेशक के पद पर तैनात थे। लेकिन अब उन्हें मुख्य अभियंता बना दिया गया है, सरकार के अनुसार, सरकार सभी क्षेत्रों में पूरी तरह से बिजली देने के लिए प्रतिबध है। और इसमें लापरवाही करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।