न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल बनते ही आनंदी बेन पटेल ने अहम फैसले लेने शुरू कर दिए है। उन्होंने अपनी ही सुरक्षा को कम करने का निर्णय लिया है। उनकी VIP सुरक्षा में लगे करीब 50 सुरक्षाकर्मी हटने वाले है राज्यपाल का मानना है कि ये सभी सुरक्षाकर्मियों को जनता की सेवा करनी चाहिए। वहीं, उनके इस कदम की जमकर सराहना हो रही है।
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने वीआईपी कल्चर को खत्म करने की दिशा में एक ठोस कदम उठाया है। उन्होंने अपनी सुरक्षा में लगे 50 सुरक्षाकर्मियों के दस्ते को हटाने का फैसला लिया है। साथ ही हटाये गये सुरक्षाकर्मियों को राज्य सरकार को वापस भेजने के लिए कहा है। उनका कहना है कि इन सभी सुरक्षाकर्मियों को आम जनता की सेवा करनी चाहिए।
बीते दिनों यूपी के पूर्व राज्यपाल रामनाईक का कार्यकाल समाप्त हो गया था। इसके तहत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 20 जुलाई को बड़ा फेरबदल करते हुए आनंदीबेन पटेल को उत्तर प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया था। इसके अलावा पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, मध्य प्रदेश, बिहार और नगालैंड में भी नए राज्यपाल नियुक्ति किये गये थे।
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल बनने के बाद से आनंदीबेन पटेल लगातार जनहित से जुड़े कदम उठा रही हैं। इसके पहले उन्होंने राजभवन के द्वार आम जन के लिए खोलने का फैसला किया था। इससे आम नागरिक अपने परिवार के साथ राजभवन का भ्रमण कर सकता हैं।
इसके लिए सप्ताह में दो दिन निर्धारित किये गये है जिसमे मंगलवार और गुरुवार शाम चार से छह बजे तक राजभवन आम जनता के लिए खुला रहेगा। साथ ही स्कूल मैनेजमेंट स्टूडेंट्स के साथ पहले सूचना देकर सोमवार से शनिवार सुबह नौ से शाम पांच बजे तक राजभवन देखने आ सकते हैं। इसके लिए लोगों को अपना फोटोयुक्त पहचान पत्र लाना जरूरी होगा।
बता दें कि मध्य प्रदेश की पूर्व गवर्नर आनंदीबेन पटेल ने पिछले महीने ही उत्तर प्रदेश के राज्यपाल पद का कार्यभार संभाला था। अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा कर चुके राज्यपाल राम नाईक राजभवन में आनंदीबेन पटेल के शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद रहे और उन्हें कार्यभार सौंपा। जबकि उनकी जगह लाल जी टंडन को एमपी का गवर्नर बनाया गया है जो इससे पहले बिहार के राज्यपाल थे।
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