जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। लखीमपुर खीरी हिंसा लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। रविवार को किसानों के प्रदर्शन के दौरान 8 लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में राजनीति जमकर देखने को मिल रही है।
सरकार और विपक्ष आमने सामने है लेकिन इस घटना को कई दिन बीत गए है लेकिन इस घटना में कौन कौन लोग शामिल थे इसको लेकर अभी किसी के पास कोई ठोस जवाब नहीं है।
हालांकि केवल जांच का भरोसा दिला रही है लेकिन न्याय की तरफ अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। आलम तो यह है कि इस घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आ रहे हैं लेकिन लेकिन उनके आधार पर गिरफ्तारी तो दूर, अभी पूछताछ तक नहीं हुई।
उधर उत्तर प्रदेश सरकार ने लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर बड़ा कदम उठाते हुए पूरे मामले की जांच हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज प्रदीप कुमार श्रीवास्तव से कराने की घोषणा कर डाली है।
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इसके लिए सरकार बहुत जल्द न्यायिक आयोग गठन भी करने की तैयारी में है। बताया जा रहा है कि दो महीने के अंदर जांच रिपोर्ट सौपंनी होगी।
हालांकि मामला सुप्रीम कोर्ट भी जा पहुंचा है और इसपर गुरुवार यानी आज सुनवाई भी होनी है। अभी इससे बाहर निकल पाती उससे पहले ही लखीमपुर खीरी कांड ने यूपी की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठा दिया है।
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बता दें कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हिंसा के दौरान चार किसानों, तीन बीजेपी कार्यकर्ताओं और एक पत्रकार की मौत का मामला लगातार सुर्खियों में है।