जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री धर्मपाल सिंह ने विभागीय समीक्षा बैठक में अवैध कब्जे वाली वक्फ की ज़मीनों को चिह्नित कराकर खाली कराने की बात कही. उन्होंने कहा कि राष्ट्रहित और देशहित की शिक्षा देने वाले मदरसों में व्यावसायिक पाठ्यक्रम शुरू करने की पहल होगी.
पिछले हफ्ते भारतीय पशु चिकित्सा अनुसन्धान संस्थान में मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा था कि मदरसा भारत की शिक्षा प्रणाली का एक अंग हैं. इसकी पहली वजह यह है कि मुस्लिम आबादी अनुपातिक रूप से शिक्षा में पिछड़ी रही है. उन्होंने कहा कि मदरसा पाठ्यक्रम में वैज्ञानिक और धर्मनिरपेक्ष विषयों का अभाव है. जिस वजह से स्नातक करने के बाद रोजगार पाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है.
इस मौके पर उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड की सम्पत्तियों पर माफियाओं ने कब्जा जमा रखा है. अब सरकार अतिक्रमण की गई वक्फ बोर्ड की सम्पत्तियों पर बुलडोजर चलाएगी. उन्होंने कहा कि सरकार भूमि को मुक्त कराएगी और फिर उसका इस्तेमाल अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए करेगी.
बुधवार को विभागीय समीक्षा बैठक में धर्मपाल सिंह ने उत्तर प्रदेश के मदरसों में दी जाने वाली शिक्षा पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा मदरसों में राष्ट्रवाद को प्रेरित करने वाली शिक्षा दी जाएगी. केवल उन्हीं मदरसों के संचालन की अनुमति दी जाएगी जो आतंकवादियों की कहानियों का महिमामंडन करना बंद कर दें. उन्होंने कहा कि मदरसों में राष्ट्रवाद पढ़ाया जाना चाहिए न कि आतंकवाद. यूपी सरकार व्यावसायिक शिक्षा पर जोर देगी.
धर्मपाल सिंह ने यह भी कहा कि राज्य में मदरसा का सिलेबस केन्द्र की नई शिक्षा नीति पर आधारित होगा. बरेली की आँवला सीट से पिछला विधानसभा चुनाव जीतने वाले सिंह ने कहा कि मदरसा शिक्षा पाठ्यक्रम में बदलाव किया जाएगा और छात्रों को व्यावसायिक शिक्षा दी जाएगी.
इस मौके पर शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन सैयद अली जैदी ने बोर्ड से सम्बन्धित समस्याओं से कैबिनेट मंत्री को अवगत कराया जिनका मंत्री ने जल्द निस्तारण करने का आश्वासन दिया. इस मौके पर राज्य मंत्री दानिश अंसारी,अल्पसंख्यक आयोग और मदरसा बोर्ड के सदस्य और चेयरमैन भी मौजूद थे.
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