जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश में आपराधिक वारदात की झड़ी लग गई है। इसकी वजह से पुलिस की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में आ गई है।
पिछले 36 घंटे में उत्तर प्रदेश में मर्डर की चौथी बड़ी वारदात हुई है। पुलिस अभी गोरखपुर में मनीष गुप्ता की संदिग्ध मौत, गोरखपुर के ही एक मॉडल शॉप के वेटर, लखनऊ में एक ठेकेदार और संभल में ट्रांसपोर्टर की हत्या की वारदात से उबर भी नर्ही पाई थी कि शनिवार की सुबह कानपुर से ट्रिपल मर्डर की खबर ने उसे झकझोर कर रख दिया है।
जानकारी के अनुसार कानपुर के फजलगंज में बस डिपो के पास एक घर के आगे बनी दुकान में तीन लोगों की हत्या कर दी गई।
तीनों के शव एक रस्सी में बंधे पाए गए हैं। इनमें एक युवक, महिला और बच्चे के शव हैं। शव की अभी पहचान नहीं हुई है। मौके पर पहुंची पुलिस शवों की शिनाख्त की कोशिश में जुट गई हैै।
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पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। पुलिस मौके पर मौजूद लोगों से पूछताछ कर रही है।
एक साथ तीन-तीन हत्या ने पुलिस के लिए बड़ी चुनौती पेश की है। मौके पर जिले के सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पहुंचकर घटनास्थल का जायजा ले रहे हैं।
इसके पहले यूपी की तीन अलग-अलग वारदातों में तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। राजधानी लखनऊ में शुक्रवार की शाम एक ठेकेदार की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। घटना गोसाइंगंज इलाके में भूमि विवाद को लेकर हुई है।
बताया जा रहा है कि ट्रस्ट की जमीन पर हो रहे निर्माण कार्य को लेकर वहां पर मौजूद मंदिर के पुजारियों को आपत्ति थी। विरोध करने पर विवाद हुआ और पुजारियों ने मिलकर ठेकेदार की पीट-पीटकर हत्या कर दी।
उसके पहले गुरुवार की शाम गोरखपुर में शराब को लेकर कर्मचारी मनीष और संभल में रोटी को लेकर ट्रांसपोर्टर खेमपाल सैनी की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी।