जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी श्रीमती प्रियंका गांधी ने आज बलिया के बांसडीह, फेफना में रोड शो किया और देवरिया के रुद्रपुर में डोर-टू-डोर जनसंपर्क किया। उन्होंने कुशीनगर के तमकुहीराज में जनसभा कर भाजपा पर महंगाई, गरीबी और को बेरोजगारी को लेकर जमकर निशाना साधा और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष व प्रत्याशी अजय कुमार लल्लू को वोट देने की अपील की।
अचानक ही दीदी प्रियंका जी के साथ बाइक की सवारी…#TamkuhiRaj pic.twitter.com/gyGAu1u5Rx
— Ajay Kumar Lallu (@AjayLalluINC) February 28, 2022
इस दौरान प्रियंका गांधी ने यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के पीछे बाइक पर बैठकर सेवरही नगर में भ्रमण किया और फिर अजय कुमार लल्लू के घर जाकर उनके माता पिता से मुलाकात की है। जानकारी के मुताबिक करीब 20 मिनट प्रियंका गांधी ने सेवरही नगर में भ्रमण कर देखकर लोगों में उत्साह बढ़ गया है और लोगों ने समर्थन में नारेबाजी करना शुरू कर दी है। बता दें कि तमकुहीराज विधानसभा से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू चुनाव मैदान में हैं।
बीजेपी को परिवारवाद से नहीं, मेरे परिवार से परहेज क्योंकि हम झुकते नहीं- प्रियंका गांधी
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में किसानों को गन्ना, धान, गेहूं का मूल्य नहीं मिलता है। खाद समय पर नहीं मिलती, बिजली नहीं आती लेकिन बिल जरूर आता है।
महंगाई बेलगाम है, पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। किसानी करते हैं, दिन रात मेहनत के बाद भी कमाई कुछ नहीं है। यह सरकार ऐसे कानून ला रही थी, जिससे मेहनत, संघर्ष करें आप और फायदा हो प्रधानमंत्री के बड़े-बड़े उद्योगपति मित्रों का।
इस पूरे देश में उन काले कानूनों के खिलाफ आंदोलन हुआ। अजय कुमार लल्लू जी सामने आए और किसानों के साथ खड़े रहे। इस देश के प्रधानमंत्री, इस प्रदेश के मुख्यमंत्री किसानों से बात करने के लिए अपने घर से बाहर नहीं निकले।
उन्होंने कहा कि लाखों नौजवान आज बेरोजगार हैं, किसान कमा नहीं पा रहा है, छोटे दुकानदार, व्यापारी नई नई नीतियों से परेशान हैं। महिलाओं की सुरक्षा और उनको सशक्त करने की बात नहीं हो रही है।
कभी आपने सोचा है कि किसके लिए बन रही हैं यह नीतियां ? इसलिए आंखें खोलिए, इस देश प्रदेश में जो राजनीति चल रही है, वह सिर्फ कुछ उद्योगपतियों के लिए चल रही है। रोजगार देने वाले संस्थानों और संसाधनों को बेचा जा रहा है। रोजगार देने वाले क्षेत्र की इस सरकार ने कमर तोड़ दी है।
पीएम-सीएम बड़े बड़े वादे करते हैं, पांच साल से उत्तर प्रदेश में सत्ता में हैं, इसके बावजूद खाली पड़े 12 लाख सरकारी पद भर नहीं पाए। अपने मित्रों को देश की संपत्ति बेच डाली। किसके लिए चल रही है यह प्रदेश की सरकार ? किसके लिए बनती हैं यह नीतियां ? सोचिए कि एक तरफ यह कहते हैं कि रोजगार देंगे, दूसरी तरफ रोजगार देने वाले संस्थानों को बेच रहे हैं।
आज किसान तमाम समस्याओं से जूझ रहा है। पूरे देश के गन्ना किसानों का बकाया पड़ा है, इस सरकार ने वह नहीं चुकाया। इन्होने अपने उद्योगपति मित्रों के लाखों करोड़ रुपये का कर्ज माफ़ कर दिया, लेकिन किसानों का बकाया नहीं दिया। 16 हजार करोड़ के दो हवाई प्रधानमंत्री ने अपने लिए खरीदे हैं, ताकि दुनिया में भ्रमण करें, लेकिन गन्ना बकाया नहीं दिया।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि छुट्टे जानवर की समस्या से पूरे प्रदेश में किसान परेशान है। लोगों को खेतों की चौकीदारी करनी पड़ रही है और प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि मेरे संज्ञान में ही नहीं था।
इस देश का सबसे बड़ा प्रदेश है उत्तर प्रदेश और यहाँ के किसानों की समस्या आपको पता ही नहीं है ? प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि आपके चेले, भक्त कहते हैं कि आप अंतर्यामी हैं, सर्वज्ञानी हैं, उन्होंने आपको भगवान बना डाला और आप कह रहे हैं कि आपको कुछ नहीं मालूम।
यहां के लोग कमाने के लिए दूसरे राज्यों में जाते हैं, नौजवान बेरोजगार हैं, भर्ती प्रक्रिया भ्रष्ट है, नौजवानों का जीवन बर्बाद हो रहा है और आप कहते हैं कि आपको मालूम नहीं है। कैसे अंतर्यामी, सर्वज्ञानी हैं कि अपनी जनता का दुःख भी नहीं मालूम है। अपने प्रदेश के किसान, नौजवान और महिलाओं के संघर्ष के बारे में जानकारी नहीं है आपको ? या फिर आप सच नहीं बोल रहे हैं।
जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को सब कुछ मालूम है, लेकिन वह इस प्रदेश की जनता की परवाह नहीं कर रहे हैं। वो अपनी सरकार सिर्फ अमीरों के लिए चला रहे हैं, क्योंकि वह जानते हैं कि जनता को गरीब रखेंगे, जानबूझकर रोजगार नहीं देंगे, जनता को शिक्षित नहीं करेंगे, क्योंकि वह जान गए हैं कि लोग उनसे सवाल नहीं करेंगे।
जब वह चुनाव में आएंगे, जाति-धर्म की बात करेंगे और आप आँख बंद कर उन्हें वोट दे देंगे। नेता समझते हैं कि जनता भोली-भाली है, उसके जज्बात उभारकर वोट ले लेंगे। यह इनकी मानसिकता बन गई है। जब एक नेता कि मानसिकता बन जाती है कि जनता उसका नमक खा रही है, तो किसी काम का नहीं रहता वह नेता, क्योंकि नेता जनता का नमक खाता है।