जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। दिल्ली में बीजेपी की अहम बैठक शुरू हो गई है। जानकारी के मुताबिक इस बैठक में यूपी चुनाव को लेकर उम्मीदवारों को लेकर बातचीत हुई है।
कहा जा रहा है कि 45 से अधिक सीटिंग MLA का टिकट कटने का आसार बढ़ गया है। बीजेपी के बड़े नेताओं का मानना है योगी सरकार को लेकर जतना में कोई नाराजगी नहीं है बल्कि स्थानीय विधायकों को लेकर जनता में गुस्सा है।
इस वजह से कई विधायकों के टिकट काटे जा सकते हैं। बीजेपी से जुड़े सूत्र बता रहे हैं कि बीजेपी ने ऐसे नेताओं की लिस्ट बना ली है और बड़ी संख्या में विधायकों टिकट काटने के लिए मंथन चल रहा है।
जानकरी के मुताबिक दिल्ली मुख्यालय में केंद्रीय नेताओं के साथ हो रही बैठक में यूपी कोर ग्रुप के नेता शामिल है।मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आज जिन प्रत्याशियों के नामों को लेकर बातचीत हो रही है। इसके बाद नामों को केन्द्रीय चुनाव समिति के सामने 13 जनवरी को भजा जायेगा। इस बैठक में उनके नामों पर अंतिम मुहर लगेगी। जानकारी मिल रही है कि इस बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, केशव प्रसाद मौर्य, दिनेश शर्मा का साथ साथ राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष और उत्तर प्रदेश भाजपा के संगठन महामंत्री सुनील बंसल भी शामिल हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी को उस समय तगड़ा झटका लगा जब स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद बीजेपी से अपना नाता तोड़ लिया है।
स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद बांदा जिले की तिंदवारी विधानसभा से भाजपा विधायक ब्रजेश प्रजापति ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। जबकि विधायक रोशन लाल वर्मा ने भी बीजेपी से किनारा कर सपा में शामिल होने का संकेत दिया है।
हालांकि स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद बीजेपी डैमेज कंट्रोल में जुट गई है और इसके बाद बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने मौर्य के इस्तीफे से आगामी चुनाव में संभावित नुकसान की भरपाई के लिये मौर्य को मनाने की कवायद तेज कर दी है।
उधर इस पूरे मामले पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने स्वामी प्रसाद मौर्य से जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं करने का सुझाव देते हुये आपस में बैठकर बातचीत करने की अपील की।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ”आदरणीय स्वामी प्रसाद मौर्य जी ने किन कारणों से इस्तीफा दिया है मैं नहीं जानता हूँ उनसे अपील है कि बैठकर बात करें जल्दबाजी में लिये हुये फैसले अक्सर गलत साबित होते हैं।”