जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में मची भगदड़ के साथ ही समाजवादी पार्टी को रोजाना नये-नये सहयोगी मिलते जा रहे हैं। अब खबर है कि भीम आर्मी के चीफ चन्द्र शेखर आज़ाद और अखिलेश यादव की पार्टी समाजवादी पार्टी के बीच कोई गठबंधन नहीं होगा।
इसका एलान खुद आर्मी के चीफ चन्द्र शेखर आज़ाद ने किया है। इतना ही नहीं भीम आर्मी के चीफ चन्द्र शेखर आज़ाद अकेले चुनाव लड़ेंगे। चंद्रशेखर ने कहा कि मैं स्वाभिमान की लड़ाई लड़ता हूं। दो-दो बार तिहाड़ जेल जाकर आ चुका हूं।
उन्होंने कहा कि मेरी लड़ाई कभी भी सत्ता की नहीं रही है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में चंद्रशेखर ने कहा कि अखिलेश यादव को दलितों की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा को रोकने के लिए हम लगातार कोशिश करेंगे।
इस दौरान चंद्रशेखर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बहुजन समाज को एक किया है। इसके साथ ही अखिलेश यादव से भी मुलाकात की और लम्बी बातचीत की है। उन्होंने कहा कि मेरे लोगों (बहुजन समाज के लोगों) को डर था कि हमारा नेता भी सपा के साथ रहे लेकिन लगता है कि अखिलेश को दलितों की जरुरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव से 6 महीने से लगातार मुलाकात हो रही। इस दौरान आरक्षण समेत सभी मुद्दों पर बात हुई है लेकिन अखिलेश यादव गठबंधन में शायद नहीं चाहते हैं। उन्होंने दावा किया है कि गठबंधन को लेकर अखिलेश यादव ने शाम तक बताने को कहा था लेकिन कुछ नहीं बताया।
मेरा लंबा प्रयास रहा लेकिन कुछ हो नहीं पाया। उन्होंने कहा कि उन्हें चिंता हो या न हो मुझे दलित की चिंता। वह दलितों की लीडरशिप नहीं चाहते। भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर रावण ने बहन जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं भी दी है। भीम आर्मी चीफ की दलित चेहरे के रूप में अच्छी पहचान है और सहारनपुर, बिजनौर और हाथरस के मतदाताओं के बीच उनकी अच्छी पकड़ है।