- यूपी में डेंगू का संक्रमण तेजी से फैल रहा है
- मथुरा में 100 से ज्यादा मामले सामने आए है
- लखनऊ,कानपुर में भी इसके मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं.
- फिरोजाबाद में खतरनाक डेंगू का कहर, कूलर चलाने पर लगाई गई रोक
जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। जहां एक ओर पूरा देश कोरोना के कहर से जूझ रहा है तो दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में इन दिनों कोरोना के बीच पूरा यूपी वायरल बुखार की जद में आ गया है। ऐसे में सरकार की नींद उड़ती नजर आ रही है।
इसकी शुरुआत फिरोजाबाद से हुई जहां पर डेंगू से 50 लोगों ने दम तोड़ दिया है। मामला काफी गम्भीर बताया जा रहा है। इतना ही नहीं जांच से पता चला है कि डेंगू की प्रजाति से बीमारी फैली है।
बताया जा रहा है कि विशेषज्ञों ने जांच की और तब नतीजे पहुंची है और कहा है कि वहां कूलर के पानी में बहुत ही खतरनाक रक्तस्रावी डेंगू की प्रजाति से बीमारी फैली है। ये
डेंगू इतना खतरनाक है कि बच्चों की प्लेटलेट्स को तेजी से कम कर देता है और जिसके बाद मौत की नींद सुला देता है। कहा तो यह भी जा रहा है कि पूरा यूपी अब इस वायरल बुखार के कहर से जूझ रहा है।
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हालात दिन बे दिन खराब होते जा रहे हैं। लोगों को समय पर अस्पताल तक पहुंचने का साधन भी नहीं मिल रहा है। इस वजह से लोग किसी तरह से अस्तपाल पहुंच रहे हैं ताकि उनको समय पर इलाज मिल सके।
कोरोना को के बीच वायरल बुखार ने लोगों की जिंदगी को तेजी से खत्म करना शुरू कर दिया है। कई लोगों को अपने परिवार वालों के शवों को ले जाने के लिए गाड़ी तक नसीब हो पा रही है।
फिरोजाबाद के डीएम चंद्र विजय सिंह ने देश के एक बड़े न्यूज चैनल से बातचीत में कहा किहमें WHO की टीम ने बताया कि ये डेंगू Hemmorrhagic (रक्तस्रावी) डेंगू है। और बहुत खतरनाक तरीके का डेंगू है। और इसमें बच्चों की प्लेटलेट्स अचानक से गिरती हैं और खून आना शुरू हो जाता है…’
राज्य के कीटविज्ञानशास्री डॉ. सुदेश कुमार कहा कि, ‘जो मुख्य कारण है वो कूलर है। ये बड़े-बड़े कूलर हैं और उसमें Aedes Aegyti की प्रजाति है। तो जिलाधिकारी ने एक महीने तक यहां फिरोजाबाद में कूलर में पानी भरना प्रतिबंधित कर दिया है। और आम नागरिकों से अनुरोध है कि कूलर में पानी बिल्कुल ना भरें।
फिरोजाबाद में मौत के आंकड़े को लेकर अभी कोई कुछ नहीं कह पा रहा है। यानी कहने का मतलब भले ही सरकारी आंकड़ा 50 लोगों के मरने की पुष्टिï कर रहा हो लेकिन भाजपा विधायक मनीष असीजा इससे अलग दावा कर रहे हैं। उनके अनुसार 50 नहीं 60 से ज्यादा मौते हुई है।
उधर सरकार ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय से 5 विशेषज्ञ और प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग के 3 विशेषज्ञ भेजे गए हैं। शुरुआती स्तर पर जो जांच हुई उससे यही पता चल रहा है कि कूलर के पानी में डेंगू के मच्छर इस समय लोगों पर काल बनकर टूट रहा है।
रहस्यमयी बुखार का यहां पर खतरा मंडराया
- उन्नाव में चार दिन में 800 मरीज आए हैं
- देवरिया के सरकारी अस्पताल की ओपीडी में वायरल बुखार के 100 बच्चे आए
- जबकि 50 आईसीयू और जनरल वार्ड में भर्ती हैं
- कासगंज जैसे शहरों में भी रहस्यमयी बुखार के मरीज मिलने की खबर है जबकि गोंडा, बस्ती, देवरिया, बलिया, आज़मगढ़, सुल्तानपुर और गाज़ीपुर जैसे शहरों में इसका असर देखने को मिल सकता है।