जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार बन चुकी है और योगी आदित्यनाथ फिर से मुख्यमंत्री बन गए है लेकिन अब बीजेपी की नजर 2024 चुनाव पर है। लोकसभा चुनाव की तैयारी में बीजेपी अभी जुट गई है।
इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बड़ा दांव चलने की तैयारी में है। दरअसल योगी सरकार 17 अति पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति को लेकर बड़ा कदम उठा सकती है।
इन्हें आरक्षण दिलाने की मांग काफी समय से उठ रही है। बता दें कि सपा सरकार में भी दो बार अधिसूचाएं जारी की गई थी। लेकिन ये संभव नहीं हो सका था। अब हाईकोर्ट के अभी तक की सभी अधिसूचना रद्द करने के बाद योगी सरकार इसकी ओर कदम बढ़ाती हुई दिख रही है।
सरकारी सूत्र बता रहे हैं योगी सरकार 17 अति पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने की सोच रही है। इसके लिए बड़ी सरकार एक बड़ा प्लॉन तैयार कर रही है।
हाईकोर्ट ने हाल ही में 17 अति पिछड़ी जातियों को एससी कोटे में शामिल करने संबंधी अधिसूचना को रद्द कर दिया था. इसके बाद योगी सरकार ने ये फैसला लिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस पूरे मामले में मत्स्य विकास मंत्री संजय निषाद और एमएसएमई मंत्री राकेश सचान ने बातचीत की और नई दिशा में कदम बढ़ाने की पूरी तैयारी है। कहा तो ये जा रहा है कि सरकार मानसून सत्र में विधानसभा के दोनों सदनों से प्रस्?ताव पास कराकर केंद्र सरकार को भेजने की तैयारी कर डाली है।
उत्तर प्रदेश में 17 जातियां
- कहार
- कश्यप
- केवट
- मल्लाह
- निषाद
- कुम्हार
- प्रजापति
- धीवर
- बिंद
- भर
- राजभर
- धीमर
- बाथम
- तुरहा
- गोड़िया
- मांझी
- मछुवा अतिपिछड़ा वर्ग में दर्ज है ।
जरूरी और अहम बात ये हैं कि जिन जातियों को लेकर बहस देखने को मिल रही है और आरक्षण की बातें हो रही हैं। इनका असर 50 से ज्यादा विधानसभा सीटों देखने को मिलता है। ऐसे में सरकार चाहती है कि लोकसभा चुनाव से पहले इस पर कोई बड़ा फैसला किया जाये तो बेहतर होगा। अब देखना होगा कि योगी सरकार अगला कदम क्या उठाती है। इसको लेकर योगी सरकार काफी गम्भीर नजर आ रही है