जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अगले साल विधान सभा चुनाव होना है। ऐसे में बीजेपी दोबारा सत्ता में वापसी का सपना देख रही है। हालांकि उसकी राह उतनी आसान नहीं है। दरअसल बीजेपी को रोकने के लिए अखिलेश यादव लगातार अपने संगठन को मजबूत करने में लगे हुए है।
दूसरी ओर बीजेपी की बात की जाये तो उसके लिए भी बड़ी दोबारा सत्ता हासिल करना एक बड़ी चुनौती है। बीजेपी ने तमाम कयासों के बीच पहले ही साफ कर दिया है योगी के नेतृत्व में ही चुनाव बीजेपी उत्तर प्रदेश में लड़ेगी।
दरअसल भाजपा राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दमदार नेतृत्व व सूझबूझ तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ईमानदार नेतृत्व व विकास के साथ हम आगे बढ़ेंगे।
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हाल के दिनों में योगी की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। आलम तो यह है कि उनका कद लगातार बढ़ रहा है। बीजेपी का शीष नेतृत्व भी अब योगी पर खास तवज्जो देता नजर आ रहा है। बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में योगी को खास तवज्जो मिलती दिखी है। बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में योगी खास तौर पर पहुंचे थे।
अगले साल पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले है लेकिन इस कार्यकारिणी की बैठक में उनमें से केवल एक सीएम योगी आदित्यनाथ ही कार्यकारिणी की बैठक में मौजूद थे।
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इस दौरान योगी ने राजनीतिक प्रस्ताव भी पेश किया। ऐसे में पार्टी में योगी का कद बढ़ता हुआ साफ नजर आ रहा है। वहीं गुजरात के भूपेंद्र पटेल, हिमाचल के जयराम ठाकुर, उत्तराखंड के पुष्कर धामी समेत अन्य सभी मुख्यमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही इस बैठक में शामिल हुए है।
बता दें कि अगले साल यूपी के आलावा पांच राज्यों में विधान सभा चुनाव होना है लेकिन यूपी के सीएम को छोड़ सभी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में शामिल हुए।
भाजपा की 2017 और 2018 में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने इन प्रस्तावों को पेश किया था।
इस बार योगी आदित्यनाथ को मौका दिए जाने के सवाल पर निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘उनकी परफॉर्मेंस शानदार है और वह इसके लिए डिजर्व करते हैं।’ निर्मला ने कहा कि योगी आदित्यनाथ सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य के मुखिया हैं। हर कोई जानता है कि उन्होंने कोरोना काल में किस तरह से काम किया था। चाहे वह प्रवासी मजदूरों की मदद की बात हो या फिर गांवों में रोजगार के अवसर पैदा करने का मसला हो।
इतना ही नहीं योगी अमित शाह, नितिन गडकरी और राजनाथ सिंह जैसे नेताओं के साथ पहली कतार में नजर आये। इससे साफ पता चल रहा है कि राष्ट्रीय स्तर पर भी योगी का कद बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। यूपी चुनाव को लेकर बीजेपी लगातार सक्रिय है और यूपी का रण जीतने के लिए उसने पूरी ताकत झोंक दी है।