न्यूज़ डेस्क
महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए मतदान शुरू हो चुका है। हरियाणा में 90 सीटों पर और महाराष्ट्र में 288 सीटों के लिए वोट डाले जा रहे हैं। मौजूदा समय में दोनों ही राज्यों में बीजेपी की सरकार है, लेकिन विपक्ष अपनी वापसी की पूरी कोशिशें कर रहा है।
इसके अलावा देश के 18 राज्यों की 51 विधानसभा सीटों और दो लोकसभा सीटों के लिए मतदान पड़ रहा है। इनमे यूपी की 11 सीटें भी शामिल है। हो रहे उपचुनाव में 109 उम्मीदवार भाग्य आजमा रहे हैं। इसके लिए करीब 2307 मतदान केन्द्रों के 4529 मतदान बूथों पर 41 लाख 8 हजार 328 मतदाता अपना वोट डालेंगे।
बात करें यूपी के उपचुनाव की तो यहां मुकाबला चतुष्कोणीय है क्योंकि भाजपा, बसपा, सपा और कांग्रेस ने सभी 11 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। पूर्व में इन सीटों में से आठ सीटें भाजपा और एक सीट भाजपा की सहयोगी अपना दल के पास थीं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार, 21 अक्टूबर को सहारनपुर जिले की गंगोह, रामपुर जिले की रामपुर, अलीगढ़ की इगलास, लखनऊ की कैंट, कानपुर नगर की गोविंद नगर, चित्रकूट की मानिकपुर, प्रतापगढ़ की प्रतापगढ़, बाराबंकी की जैदपुर, आंबेडकर नगर की जलालपुर, बहराइच की बलहा और मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट पर उपचुनाव होगा।
इसके लिए 5435 ईवीएम, 5435 बैलेट यूनिट और 5888 वीवीपैट मशीनें लगाई गई हैं। 22 लाख 13 हजार 466 पुरुष और 18 लाख 94 हजार 724 महिला मतदाता मताधिकार का प्रयोग करेंगी। उन्होंने बताया कि चुनाव के लिए 1142 भारी वाहन, 1263 हल्के वाहन और 21 हजार 584 कर्मचारी तैनात किए गए हैं।
वहीँ उपचुनाव में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने और निष्पक्ष मतदान के लिए 11 सामान्य प्रेक्षक, 11 व्यय प्रेक्षक, 337 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 60 जोनल मजिस्ट्रेट, 471 स्टैटिक मजिस्ट्रेट और 520 माइक्रो पर्यवेक्षक तैनात किए गए हैं। उपचुनाव के लिए पर्याप्त मात्रा में अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है।
हो रहे विधानसभा उपचुनाव में 11 सीटों के नतीजे योगी सरकार के लिए साल 2022 में होने वाले विधान सभा चुनाव का रोडमैप तैयार करेंगे। अभी फ़िलहाल इन 11 सीटों में 9 सीटें भाजपा गठबंधन के खाते वाली हैं। जल्द ही योगी सरकार ने अपने ढाई साल पूरे किये हैं, ऐसे में उपचुनाव के नतीजे बताएंगे कि क्या योगी सरकार के आधे कार्यकाल का परिणाम जो किसी अर्धवार्षिक परीक्षा से कम नहीं है।