जुबिली न्यूज डेस्क
हाई स्कूल और इंटरमीडिएट के रिजल्ट के लिये यूपी माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) ने मूल्यांकन का तरीका तय कर लिया है।
तय फार्मूले के मुताबिक 10वीं के स्टूडेंट्स को क्लास 9 के 50 फीसदी और 10वीं प्री बोर्ड के प्राप्तांक के 10 प्रतिशत नंबर देकर नतीजा घोषित किया जायेगा।
इसी तरह 12वीं के नतीजों के लिये 10वीं कक्षा के 50 प्रतिशत अंक, 11वीं कक्षा के 40 प्रतिशत अंक और 12वीं प्री-बोर्ड के 10 प्रतिशत अंक देकर नतीजे घोषित किये जाएंगे।
इस मामले में शिक्षा विभाग को 3910 सुझाव भी मिले थे। सुझाव देने वाले लोगों में विधायक, शिक्षक, शिक्षाविद् और अभिभावकों के सुझाव आये हैं।
यह भी पढ़ें : 10वीं-11वीं के नंबरों से तय होगा CBSC 12वीं का रिजल्ट, 31 जुलाई को घोषित होंगे नतीजे
यह भी पढ़ें : रोनाल्डो की राह पर चला ये फुटबॉलर, हटाई बीयर की बॉटल, देखें वीडियो
यह भी पढ़ें : राजस्थान : अब बीजेपी में वसुंधरा को लेकर शुरू हुई तकरार
शिक्षा विभाग की तरफ से 20 जून को मुख्यमंत्री को ड्राफ्ट सौंपा जायेगा जिसके बाद इस नियम के आधार पर नतीजे घोषित किये जायेंगे।
इस व्यवस्था में छात्रों की पहले से जमा फीस वापस नहीं की जायेगी। इसके बदले उन्हें फिर से अंक सुधार के लिए मौका दिया जायेगा।
16 जून को जारी हुई ष्टक्चस्श्व बोर्ड की मार्किंग स्कीम से टीचर और स्टूडेंट्स संतुष्ट नहीं दिखें थे। छात्रों का कहना था कि रिजल्ट में 11वीं के नंबरों को अधिक वेटेज दिया गया है जबकि 11वीं के नंबरों को कम वेटेज मिलना चाहिए था।
यह भी पढ़ें : छह दिन किया हाईकमान का इंतजार फिर पायलट ने थाम लिया स्टेयरिंग
यह भी पढ़ें : IMA ने बताया कोरोना की दूसरी लहर में कितने डॉक्टरों की गई जान
छात्र 10वीं की बोर्ड परीक्षाओं के लिए अधिक मेहनत करते हैं और 12वीं कक्षा में अधिक नंबरों के लिए मेहनत करते हैं। ऐसे में 11वीं के कम स्कोर की वजह से मार्कशीट खराब हो सकती है। इसको ध्यान में रखते हुए यूपी बोर्ड ने अपने फॉर्मूले में बदलावा किया है।