न्यूज डेस्क
यूपी एटीएस ने सेना इंटेलिजेंस की मदद से पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से आइएसआइ एजेंट को गिरफ्तार किया है। वह सेना के साथ सीआरपीएफ के ठिकानों की तस्वीरें पाकिस्तान भेज रहा था।
यूपी एटीएस ने वाराणसी से सोमवार को आइएसआइ एजेंट राशिद अहमद को गिरफ्तार किया है। आर्मी इंटेलिजेंस के इनपुट पर उत्तर प्रदेश एटीएस ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। 23 वर्षीय राशिद अहमद पुत्र इदरीस अहमद ने वाराणसी में बीएचयू के छित्तूपुर में रहकर इस काम में लगा था।
वह पाकिस्तान के आईएसआई को महत्वपूर्ण सैन्य खुफिया सूचना देने में लगा हुआ था। मूलत: चौरहाट पड़ाव, कोतवाली मुगलसराय,चंदौली निवासी राशिद अहमद के पास से एक मोबाइल फोन भी बरामद किया गया है।
इसी फोन से वह सैन्य तथा चंदौली में सीआरपीएफ के ठिकानों की फोटो खींचकर पाकिस्तान में बैठे आईएसआई को भेज रहा था। वह इस दौरान सेना के साथ सीआरपीएफ के ठिकानों की भी रेकी कर चुका था।
चंदौली के पीडीयू नगर ( मुगलसराय) का रहने वाला राशिद खुफिया एजेंसियों के निशाने पर था। सैन्य ठिकानों, सीआरपीएफ और वाराणसी समेत कई स्थानों की रेकी कर पाकिस्तान तस्वीरें भेजता था। सुरक्षा व खुफिया एजेंसियों के मुताबिक राशिद पाकिस्तान में दो बार ट्रेनिंग ले चुका है। राशिद पाकिस्तान में बैठे आइएसआइ हैंडलर के सीधे संपर्क में था। राशिद से सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं।
आइएसआइ एजेंट राशिद अहमद इस काम के लिए दो बार पाकिस्तान जाकर ट्रेनिंग भी ले चुका है। इसके बाद वह वीडियो भी पाकिस्तान भेजता था। इसके एवज में उसको पाकिस्तान से धन के साथ ही महंगे उपहार भी मिलते थे। वह लंबे समय से इस काम में लिप्त था। अब आइएसआइ एजेंट राशिद अहमद के खिलाफ उत्तर प्रदेश एटीएस ने केस दर्ज किया है।