जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में परसपुर क्षेत्र के पसका गांव निवासी दलित गुरई की तीन बेटियों पर सोते समय तेजाब फेंक दिए जाने का मामला सामने आया आया है। तीनों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रह रही है ।
बताया जाता है कि गुरई की 19 वर्षीय बेटी खुशबू, कोमल(7) व एक पांच वर्षीय बेटी छत के दूसरी मंजिल पर सो रही थी। इसी दौरान तीनों पर तेजाब फेंका गया । गम्भीर हालत में तीनों को परिवारीजन जिला अस्पताल पहुंचे।
थाना परसपुर क्षेत्र के अंतर्गत सो रही 03 बच्चियों पर केमिकल अटैक की घटना के संबंध में पुलिस अधीक्षक गोंडा की बाइट।@Uppolice @AdgGkr @digdevipatan @bstvlive @News18UP pic.twitter.com/iefRhhRHS3
— Gonda Police (@gondapolice) October 13, 2020
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एसपी शैलेश कुमार पांडे ने कहा कि तीन बच्चियों पर अटैक किया गया है। तीनों की हालत ठीक है। एक बच्ची 5 से 7 फीसदी झुलस गई है। अभी घटना के कारण के बारे में जानकारी नहीं है। तहरीर ली जा रही है। जल्द ही जल्द जानकारी इकट्ठा करके दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा। अभी तक लग रहा है कि किसी परचित ने एसिड अटैक किया है।
आपको बता दें कि यूपी में महिला अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है। गोंडा में वारदात से पहले हाथरस के बूलगढ़ी गांव में 14 सितंबर को एक दलित युवती के साथ कथित गैंगरेप की वारदात हुई थी। इसमें गांव के ही चार युवकों पर रेप का आरोप लगा था।
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एसिड अटैक पर आम आदमी पार्टी (आप) नेता संजय सिंह ने कहा कि क्या आदित्यनाथ जी के राज में बेटियों को जीने का हक़ है? बलात्कार हो रहा है, गला घोंटा जा रहा है, तेज़ाब फेंका जा रहा है लेकिन आदित्यनाथ जी की पूरी सरकार बेटियों को बचाने के बजाय बलात्कारियों और अपराधियों को बचाने में जुटी है गुण्डों के हौसले बुलंद है।