जुबिली न्यूज़ डेस्क
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में हुई दलित नाबालिग लड़कियों की मौत का मामले पर सियासत तेज होने लगी है। विपक्ष प्रदेश सरकार पर जमकर हमलावर है। वहीं इस घटना के बाद फिर से लोगों के जहन में हाथरस कांड की याद ताजा हो गई है। दरअसल दो युवतियों की मौत हो गई है जबकि एक की हालत गंभीर बनी हुई है। उसका इलाज कानपुर के रिजेंसी अस्पताल में चल रहा है।
इस घटना के बाद प्रशासन ने बबुरहा गांव को छावनी में तब्दील कर दिया है। पुलिस ने जगह-जगह बैरियर लगा दिए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती है। इसके साथ ही मीडिया को मृतकों के परिजनों से नहीं मिलने दिए जा रहा है।
यही नहीं पुलिस ने परिजनों को उठा लिया है जिसके विरोध में ग्रामीण धरने पर बैठ गए हैं। उनकी मांग है कि परिवार वालों को थाने में ना बैठाया जाए, उनको इंसाफ़ दिया जाए। लोगों का आरोप है कि परिवार को किसी से मिलने नहीं दिया जा रहा है।
वहीं उन्नाव के एसपी आनंद कुलकर्णी का कहना है कि घटना के खुलासे के लिए पुलिस की 6 टीमें गठित की गई हैं। इसके अलावा स्वाट व सर्विलांस टीमें भी लगातार अपना काम कर रही हैं। गंभीर किशोरी के बयान व पोस्टमार्टम रिपोर्ट खुलासे के लिए अहम माना जा रहा हैं। दोनों का आने के बाद ही इस घटना पर से जल्द से जल्द पर्दा उठाया जाएगा हालांकि प्रथम दृष्टया मामला जहर से मौत का प्रतीत हो रहा है।
उधर विपक्ष योगी सरकार पर हमला वर हो गया है। समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, भीम आर्मी सहित कई राजनीतिक दलों ने दोषियों पर कार्रवाई की मांग के साथ ही जिंदा बची लड़की को दिल्ली एम्स में भर्ती करने की मांग कर रहे हैं ।
इस मामले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा, ‘उन्नाव में तीन बेटियों के साथ हुई बर्बरता ने देश को हिलाकर रख दिया है। यूपी में बेटी होना अभिशाप हो गया है, एक के बाद एक जिले में बेटियों के साथ बर्बरता, उन्नाव में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति योगी सरकार के निकम्मेपन का प्रमाण है, सीएम को पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।’
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इसके अलावा आप नेता संजय सिंह ने कहा, ‘कब तक चुप रहोगे? आज उन्नाव है, कल तुम्हारा जिला होगा, आज उनका गांव है, कल तुम्हारा होगा, आज दलित बेटियाँ पेड़ों से बंधी मिल रही हैं कल तुम बंधे मिलोगे, याद रहे, मूक दर्शक बन कर बर्बादी का तमाशा देखने वालों को इतिहास कायर कहता है, डराओ, धमकाओ, मुकदमा करो, मैं बेटियों के साथ हूं।’