न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश के चर्चित उन्नाव रेप कांड में आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह एक बार फिर घिरते नजर आ रहे है। रविवार को हुए दुर्घटना में घायल पीड़िता की बहन ने आरोप लगाया है कि यह हादसा जेल में कुलदीप सिंह सेंगर ने ही कराया है। इस बीच दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल भी पीड़िता से मिलने लखनऊ पहुंची है। उन्होंने कहा की पोर देश पीडिता के साथ है। इस लड़ाई में वो अकेली नहीं है। हालांकि, पुलिस ने ट्रक-ड्राईवर और मालिक को गिरफ्तार कर लिया है।
इससे पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्रक और कार के इस हादसे पर सवालिया निशान खड़ा करते हुए सीबीआई से इसकी जांच करने की मांग की है। और ऐलान किया है की पीड़िता के इलाज का पूरा खर्चा सपा उठाएगी। साथ ही उन्होंने कहा है कि ये घटना नहीं है साजिश है। पीड़िता को इंसाफ मिलना चाहिए।
रविवार को उन्नाव रेप केस की पीड़िता सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गई। पीड़िता को लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। यहां डाक्टरों ने उसे लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा है। इस दौरान लखनऊ जोन के ADG राजीव कृष्णन भी ट्रॉमा सेंटर पहुंचे।
उन्होंने बताया कि ‘ डॉक्टरों का कहना है कि पीड़िता की कई हड्डियां टूट गई हैं। उनके सिर में चोट आई है। साथ ही उस ट्रक को जब्त कर लिया गया है। ड्राइवर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि, अभी तक किसी ने इस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं कराई है। उन्होंने कहा, ‘मैंने पीड़िता के परिजनों से इस मामले में एफआईआर दर्ज करवाने के लिए कहा है।’
उन्होंने बताया कि जिस ट्रक से कार की भिडंत हुई है। उसकी नंबर प्लेट को ब्लैक इंक से पेंट किया गया था। लेकिन ट्रक और कार की फोरेंसिक जांच की जाएगी साथ ही उन्होंने बताया कि पीड़ित परिवार ने खुद ही सुरक्षाकर्मी को साथ न आने के लिए कहा क्योंकि कार में जगह कम थी। लेकिन यह जांच का मामला है। इसकी जांच की जाएगी।
क्या था मामला
कुलदीप सेंगर पर कथित तौर पर एक नाब़ालिग लड़की के साथ 2017 में रेप करने का आरोप है। पीड़िता ने आरोप लगाया था कि विधायक कुलदीप सेंगर ने अपने घर पर बुलाकर उसके साथ बलात्कार किया जब वो एक रिश्तेदार के साथ उनके घर पर नौकरी मांगने के लिए गई थी।
हालांकि उस समय इस मामले में पुलिस ने पीड़िता की एफ़आईआर नहीं लिखी थी। इसके बाद लड़की के घर वालों ने कोर्ट का सहारा लिया। उनका आरोप है कि विधायक और उनके साथी पुलिस में शिक़ायत नहीं करने का दबाव बनाते रहे हैं और इसी क्रम में विधायक के भाई ने तीन अप्रैल को उनके पिता से मारपीट भी की। इसके बाद लड़की के पिता की मौत हो गई।
लड़की के पिता की मृत्यु से पहले का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था विधायक के भाई और उनके साथियों ने पुलिस की मौजूदगी में उन्हें मारा-पीटा था। पुलिस की इसी कथित निष्क्रियता और विधायक की कथित दबंगई से त्रस्त होकर पीड़ित लड़की ने सीएम आवास के बाहर मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह करने का प्रयास किया, इस बाद इस मामले ने तूल पकड़ा था।
इसके बाद कुलदीप सेंगर के ख़िलाफ़ उन्नाव के माखी थाने में बलात्कार और पॉक्सो ऐक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था। प्रशासन ने इस मामले की सीबीआई जांच कराने के आदेश दिए थे और फिर सीबीआई ने ही कुलदीप सेंगर को गिरफ़्तार किया था।