- अप्रैल में रिटेल दर 7.79 % रही, इन चीजों के बढ़ गए दाम
जुबिली स्पेशल डेस्क
इन दिनों आम जनतों एलपीजी सिलेंडर के लगातार बढ़ रहे दामों को लेकर परेशान हैं। इस मुद्दे पर सरकार चौतरफा घिरी हुई है। विपक्ष जमकर सरकार के इस फैसले का विरोध कर रह है।
देश में महंगाई की मार से आम आदमी बेहाल है। आम-आदमी सबसे ज्यादा परेशान पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से है। पेट्रोल की आसमान छूती कीमतों ने नया रिकॉर्ड बना चुकी जबकि गैस के दामों में बढ़ोत्तरी लगातार देखने को मिल रही है।
इसके अलावा खाद्य तेलों की कीमत भी दोगुनी हो गई है। इसके अलावा दूध, एलपीजी सिलेंडर, दालों की बढ़ी क़ीमतों ने भी आम आदमी की कमर तोड़कर रख दी है।आलम तो ये हैं कि महंगाई के मामले में अप्रैल में पिछले 8 साल का रिकॉर्ड भी टूट गया है। ऐसा हम नहीं कर रहे हैं बल्कि गुरुवार को जारी किए गए सरकारी आंकड़े कह रहे हैं।
यह भी पढ़ें : …और अब भीलवाड़ा में खराब हुआ माहौल
यह भी पढ़ें : WHO ने बताया भारत में कोरोना से कितनी हुई मौतें
यह भी पढ़ें : ‘ WHO का डेटा और कांग्रेस का ‘बेटा’ दोनों ही गलत’
इन सरकारी आंकड़ो की माने तो कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) आधारित रिटेल महंगाई दर मार्च में बढक़र 7.79त्न हो गई। केंद्र द्वारा आरबीआई को खुदरा मुद्रास्फीति को 2 प्रतिशत से 6 प्रतिशत के बीच रखने का आदेश दिया गया है। मार्च में खुदरा महंगाई दर 6.95 फीसदी थी।
यह भी पढ़ें : अब भारत और नेपाल के बीच दौड़ेगी ट्रेन
यह भी पढ़ें : भारत-नेपाल विवाद : दस गज के लिए है लड़ाई
यह भी पढ़ें : भारत-नेपाल : राम के बाद अब गौतम बुद्ध को लेकर विवाद
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : द कश्मीर फाइल्स मरहम बने तो बेहतर वर्ना…
अगर बात पिछले महीने मार्च की जाये तो ये 6.95 फीसदी की दर से बढ़ी थी। इतना ही नहीं खुदरा महंगाई का यह 18 महीने का उच्च स्तर पर आंकी गई थी। पिछले साल की समान अवधि में यानी अप्रैल 2021 में देश की खुदरा महंगाई दर 4.21 जा पहुंची थी।