जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री साध्वी उमा भारती ने भोपाल में नौकरशाही को लेकर जो बात कही वह अफसरों और सरकार के रिश्तों को स्पष्ट करने के लिए काफी है. बीजेपी की इस फायर ब्रांड नेता ने ब्यूरोक्रेसी को अपनी चप्पल उठाने वाला बताया. उन्होंने कहा कि सरकार में जब कोई नया होता है तो ब्यूरोक्रेसी उसे खूब घुमाती है. बताती है कि ऐसा किया तो बहुत चक्कर पड़ जाएगा लेकिन जब अकेले में बात होती है और स्पष्ट निर्देश होता है तब फ़ाइल बनाकर सामने रख दी जाती है.
उमा भारती ने कहा कि मैं 11 साल मुख्यमंत्री रही. इन 11 सालों में हमने जाना कि ब्यूरोक्रेसी की कोई औकात नहीं होती है. हम उन्हें वेतन देते हैं, पोस्टिंग देते हैं, प्रमोशन और डिमोशन देते हैं, हम ब्यूरोक्रेसी के बहाने अपनी राजनीति साधते हैं. हम उन्हें जैसा बताते हैं वैसे ही वह फ़ाइल बनाती है. उमा भारती का यह वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है.
उमा भारती ने कहा है कि शराब बंदी के लिए छह महीने का अल्टीमेटम है. छह महीने में सुधार नहीं हुआ तो वह खुद डंडा लेकर निकलेंगी.
उमा भारती के इस वीडियो पर कांग्रेस ने बीजेपी को घेरते हुए कहा है कि बीजेपी बताये कि क्या वास्तव में ब्यूरोक्रेसी का उनके लिए यही सम्मान है. कांग्रेस ने कहा है कि बीजेपी बताये कि वह उमा भारती के बयान से सहमत है या नहीं.
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