जुबिली स्पेशल डेस्क
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश की है, लेकिन इसके लिए उन्होंने एक अहम शर्त रखी है।
ज़ेलेंस्की ने कहा कि अगर यूक्रेन को नाटो (NATO) की सदस्यता मिल जाती है, तो वह अपने पद से इस्तीफा देने को तैयार हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, “मैं नाटो के लिए योग्य हूं। अगर मैंने नाटो सदस्यता सुनिश्चित कर ली, तो मेरा मिशन पूरा हो जाएगा।”
ज़ेलेंस्की के इस बयान से यूक्रेन की राजनीति में एकाएक हलचल पैदा कर दी है और अब देखना होगा अमेरिका और रूस ज़ेलेंस्की के प्रस्ताव को कैसे लेते हैं।
अभी तक नाटो इस पर कुछ नहीं बोल रहा है। उधर ज़ेलेंस्की ने इसके साथ ही ये भी साफ कर दिया है कि उन्हें हटाना आसान नहीं होगा।
उन्होंने कहा, “सिर्फ चुनाव कराना ही काफी नहीं है, आपको मुझे भाग लेने से रोकना होगा और यह थोड़ा मुश्किल होगा।
बत दें कि पिछले दिनों ट्रंप से हुई उनकी बहस को पूरी दुनिया ने देखा है और कुछ लोग उनको पद छोडऩे की सलाह दे रहे हैं। इसके बाद ज़ेलेंस्की इस मामले पर चुप्पी तोड़ी है और साफ कर दिया है कि अगर यूक्रेन को नाटो की सदस्या मिलती है तो वो अपने पद से किनारा कर लेगे।
बता दे कि डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन से कहा कि उसे रूस के साथ शांति समझौता करना होगा। हालांकि, उन्होंने संकेत दिया कि यूक्रेन को इस समझौते से कुछ शर्तें भी माननी पड़ सकती हैं। ट्रंप ने ज़ेलेंस्की को यह भी भरोसा दिलाया कि वे यूक्रेन के हितों की रक्षा करने की कोशिश करेंगे।
इस बैठक से संकेत मिलते हैं कि रूस और यूक्रेन के बीच समझौते की संभावना बढ़ रही है। हालांकि, ज़ेलेंस्की रूस पर नरमी बरतने को तैयार नहीं हैं और उन्होंने पुतिन को सख्त संदेश दिया है। अब देखना होगा कि क्या रूस-यूक्रेन जंग वास्तव में खत्म होने की ओर बढ़ रही है, या फिर यह कूटनीतिक वार्ता महज औपचारिकता भर साबित होगी