जुबिली स्पेशल डेस्क
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर बड़ा दावा किया था। उन्होंने कहा था कि युद्धविराम (सीजफायर) पर जल्द समझौता होने की उम्मीद है।
दरअसल, ट्रंप ने दावा किया था कि यूक्रेन सीजफायर पर सहमत हो गया है और अब फैसला रूस को लेना है। उन्हें विश्वास है कि रूस भी जल्द युद्धविराम पर सहमत होगा।
इस बीच पुतिन ने मॉस्को में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हम शत्रुता समाप्त करने के प्रस्तावों से सहमत हैं, लेकिन इस आधार पर कि यह युद्धविराम दीर्घकालिक शांति की ओर ले जाएगा और संकट के मूल कारणों को संबोधित करेगा।” उन्होंने कहा, “लेकिन इसमें कुछ सवाल हैं। ”
पुतिन ने आगे कहा कि रूसी सैनिक फिलहाल कुर्स्क क्षेत्र से कीव को बाहर निकालने के उद्देश्य से एक लड़ाई के बीच में हैं। अगर हम 30 दिनों के लिए युद्ध को रोक देते हैं, तो इसका क्या मतलब है? क्या वहां मौजूद हर कोई बिना किसी लड़ाई के बाहर निकल जाएगा? युद्ध विराम की निगरानी कैसे की जाएगी? ये सभी गंभीर सवाल हैं। मुझे लगता है कि हमें अपने अमेरिकी सहयोगियों से बात करने की ज़रूरत है।
पुतिन ने कहा कि रूसी सैनिक व्यावहारिक रूप से अग्रिम पंक्ति के सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ रहे हैं और मॉस्को कुर्स्क से यूक्रेनी सैनिकों को बाहर निकालने में अपनी सेना की सफलता के आधार पर अपने अगले कदम” तय करेगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर बड़ा दावा किया था। उन्होंने कहा था कि युद्धविराम (सीजफायर) पर जल्द समझौता होने की उम्मीद है। दरअसल, ट्रंप ने दावा किया था कि यूक्रेन सीजफायर पर सहमत हो गया है और अब फैसला रूस को लेना है। उन्हें विश्वास है कि रूस भी जल्द युद्धविराम पर सहमत होगा।
बता दे कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को जल्द खत्म कराना चाहते हैं और इसे लेकर लगातार पहल कर रहे हैं, लेकिन यूक्रेन इसके लिए तैयार नहीं है, क्योंकि वह अपनी शर्तों पर युद्धविराम चाहता है। हाल ही में यूक्रेन के राष्ट्रपति के साथ एक बैठक का आयोजन किया गया, लेकिन कोई सहमति नहीं बनी, बल्कि मामला और उलझ गया।
कैमरे के सामने ही यूक्रेन के राष्ट्रपति और ट्रंप के बीच जोरदार बहस हो गई, जिससे शांति समझौता पूरी तरह से खटाई में पड़ गया। इसके बावजूद ट्रंप लगातार कोशिशों में जुटे हुए हैं और शांति समझौते के पक्ष में हैं।