जुबिली न्यूज डेस्क
यूक्रेन पर रूस का शिकंजा कसता जा रहा है। रूसी सेना यूक्रेन के कई जगहों को अपने कब्जें में करने का दावा कर रही है। वहीं यूक्रेन में बढ़ते संघर्ष के बीच अब फ्रांस की सरकार ने अपने नागरिकों को रूस छोडऩे के लिए कहा है।
फ्रांस की सरकार की ओर से कहा गया है कि जिन नागरिकों की रूस में मौजूदगी ”जरूरी” नहीं है, उन्हें रूस छोड़ देना चाहिए।
फ्रांस के अलावा अन्य दूसरे देशों ने भी इसी तरह की ट्रैवल एडवाइजऱी जारी की है।
ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय की ओर से अपने नागरिकों को रूस के किसी भी हिस्से में ट्रैवल करने के खिलाफ एडवाइजऱी जारी की गई है और इसे रूस की अर्थव्यवस्था में मची उथल-पुथल से जोड़कर बताया गया है।
वहीं अमेरिकी विदेश मंत्रालय भी यही सलाह दे रहा है। अमेरिकी एडवाइजऱी में ”रूसी सरकार के सुरक्षा अधिकारियों की ओर से अमेरिकी नागरिकों की उत्पीडऩ की आशंका” समेत कई कारणों का हवाला दिया गया है।
यह भी पढ़ें : बेलारूस के राजदूत दावा-भारतीय छात्रों को पीटा गया, वापस यूक्रेन भेजा गया
यह भी पढ़ें : यूपी चुनाव : 57 सीटों पर मतदान जारी, योगी का दावा- हम 80 से अधिक सीटें…
यह भी पढ़ें : यूक्रेन संकट : कच्चे तेल कीमत 110 डॉलर प्रति बैरल के पार
यूके्रन पर रूस के हमले का आज आठवां दिन है। रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव और खारकीव शहर में भारी तबाही मचाई है। कई जगहों पर रिहाइशी इलाकों और अस्पतालों पर भी बमबारी की गई।
यह भी पढ़ें : बेटी व बेटे पर एक्शन के बाद अब स्वामी प्रसाद मौर्य को नोटिस
यह भी पढ़ें : यूएन : रूसी हमले के बाद 10 लाख लोगों ने छोड़ा यूक्रेन
यह भी पढ़ें : सुप्रीम कोर्ट ने कहा-सरकार कर रही अपना काम, पुतिन को नहीं दे सकते युद्ध रोकने का निर्देश
वहीं यूक्रेन ने यह स्वीकार कर लिया है कि रूसी सेना ने खेरसन शहर पर अपना नियंत्रण कर लिया है। इस मामले में संयुक्त राष्ट्र सभा में रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया या। हालांकि भारत ने इस मतदान में भाग नहीं लिया।
रूस का दावा- 1600 से ज्यादा सैन्य ठिकाने कर दिए नष्ट
गुरुवार को रूस ने दावा किया कि उनके सशस्त्र बलों से यूक्रेन के 1600 से अधिक सैन्य ठिकानों को बरबाद कर दिया। रूसी के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेनकोव ने आज दावा किया कि रूसी सशस्त्र बलों ने यूक्रेन के 1,600 से अधिक सैन्य ठिकानों को पूरी तरह से तबाह कर दिया है।