जुबिली स्पेशल डेस्क
मुंबई। महाराष्ट्र में हाल ही में हुए बड़े सियासी घटनाक्रम तेजी से बदला है। शिवसेना के बाद एनसीपी भी टूट गई और अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार का साथ छोड़ दिया है।
इस बीच राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने भी इस पूरे मामले पर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि वो चाहते हैं कि भविष्य में राज्य का मुख्यमंत्री शिवसेना का कोई नेता बने। उनके इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं।
माना जा रहा है कि उद्धव ठाकरे असंतुष्ट विधायकों को लुभाने के लिए इस तरह का बयान दिया है। उद्धव ठाकरे ने सोमवार को एक पत्रकार वार्ता के दौरान कहा, कि मुख्यमंत्री बनना मेरी महत्वकांक्षा नहीं थी।
मैं चाहता हूं कि भविष्य में भी शिवसेना का मुख्यमंत्री बने। मैंने बालासाहेब ठाकरे से वादा किया था कि राज्य का मुख्यमंत्री शिवसेना से बनेगा। वहीं उन्होंने चुनाव को लेकर कहा कि हमने वंचित बहुजन आघाडी से सीट बंटवारे का प्रस्ताव मांगा है। उनका प्रस्ताव आने पर हम इस बारे में सोचेंगे।