जुबिली न्यूज डेस्क
महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि वे अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी 23 अक्टूबर (शुक्रवार) को ज्वाइन करेंगे। हालांकि, इस इस्तीफे के साथ ही खडसे ने महाराष्ट्र क पूर्व सीएम देवेन्द्र फडणवीस पर हल्ला बोला।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल को इस्तीफा सौंपने के बाद खडसे ने कहा कि वह व्यक्तिगत कारण से पार्टी छोड़ रहे हैं। लेकिन, उसके बाद मीडिया में दिए बयान में खडसे ने जमकर महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस को कोसा।
उन्होंने कहा- ‘मेरी इच्छी नहीं थी पार्टी छोड़ने की लेकिन एक व्यक्ति की वजह से छोड़ना पड़ रहा है। इसकी शिकायत मैंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से की लेकिन वहां भी सुनवाई नहीं हुई, इसलिए मैंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया।’
खडसे ने कहा- “मेरी नाराजगी देवेंद्र फडणवीस से है। मेरे पीछे जनता है और मैंने अपना इस्तीफा दिया और एनसीपी में शामिल हो जाऊंगा। 40 साल मैंने पार्टी को दिए हैं। जब मुझ पर आरोप लगा उस वक्त मैंने खुद सीएम से कहा था कि मुझ पर आरोप लगा रहे हो। उसके बाद मैंने जांच करवाई लेकिन कुछ नहीं निकला।”
वहीं एकनाथ खडसे के बीजेपी छोड़ने पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और एक समय एनडीए का हिस्सा रहे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बीजेपी को नसीहत दी है।
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उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी को सोचने की जरूरत है कि उसके नेता पार्टी छोड़कर क्यों जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी को यह बात सोचने की जरूरत है कि उसके वो नेता पार्टी क्यों छोड़ रहे हैं जिन्होंने उनके साथ शुरुआत से काम किया, ये वे नेता हैं जो जिन्होंने तब बीजेपी के लिए काम किया जब भगवा पार्टी सत्ता में नहीं थी।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि पहले हमने उन्हें (एनडीए) छोड़ा, फिर अकाली दल ने उनका साथ छोड़ा, लेकिन अब उनके अपने लोग ही पार्टी छोड़ रहे हैं। बीजेपी को सोचना चाहिए कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है। उद्धव ठाकरे ने एकनाथ खडसे का स्वागत किया है और कहा कि उनका महा विकास अघाड़ी में स्वागत है।
गौरतलब है कि भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद 2016 में तत्कालीन देवेन्द्र फडणवीस नीत भाजपा सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा देने बाद से ही खडसे नाराज चल रहे थे। एनसीपी के राज्य प्रमुख पाटिल ने पत्रकारों से कहा कि खडसे के पार्टी में शामिल होने से शरद पवार नीत पार्टी को मजबूती मिलेगी। खडसे पूर्व मंत्री एवं राज्य विधानसभा में नेता विपक्ष रह चुके हैं।
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ऐसा माना जाता है कि खानदेश के जलगांव जिले से आने वाले खडसे के फडणवीस के साथ तनावपूर्ण संबंध है। एक समय था जब फडणवीस मंत्रिमंडल में उन्हें नंबर दो का दर्जा प्राप्त था लेकिन 2016 में भूमि अधिग्रहण संबंधी आरोपों के चलते राजस्व मंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद से उन्हें भगवा पार्टी में काफी हद तक दरकिनार कर दिया गया।
राज्य के जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल ने दावा किया कि कई लोग राकांपा में शामिल होना चाहते हैं लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि कोविड-19 संकट के कारण उपचुनाव कराने की जरूरत नहीं है। पाटिल ने कहा, ”एकनाथ खडसे साहब जिन्होंने दिवंगत गोपीनाथ मुंडे साहेब के साथ मिलकर महाराष्ट्र में भाजपा का विस्तार करने के लिए कई वर्षों तक काम किया, उन्होंने मुझसे कुछ समय पहले कहा था कि वह पार्टी छोड़ना चाहते हैं।”
राज्य के जल संसाधन मंत्री पाटिल ने कहा, ”क्योंकि वह भाजपा छोड़ना चाहते हैं, इसलिए वह शुक्रवार दोपहर दो बजे राकांपा में शामिल होंगे।” उन्होंने दावा कि राज्य के लोगों ने देखा है कि पिछले कुछ वर्षों से भाजपा में खडसे के साथ ”अन्याय हो रहा है। इसलिए ही वह पार्टी बदल रहे हैं।
पाटिल ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि भाजपा इस बात का आत्मावलोकन करेगी कि आखिर खडसे जैसे वरिष्ठ नेता ने पार्टी क्यों छोड़ी। राकांपा में खडसे की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर पाटिल ने कहा, ”पार्टी इसका निर्णय लेगी…उन्होंने पवार साहब के नेतृत्व में काम करने को लेकर सहमति जतायी है।”
एकनाथ खडसे की बहू रक्षा खडसे महाराष्ट्र की रावर सीट से लोकसभा सांसद हैं। उनके एकनाथ खडसे के साथ पार्टी में शामिल होने के सवाल पर पाटिल ने कहा, ”कई लोग राकांपा में शामिल होना चाहते हैं। लेकिन कोविड-19 के दौरान तत्काल उप चुनाव कराने की कोई आवश्यकता नहीं है।” राकांपा नेता ने कहा, ”जहां तक मुझे पता है कि कई विधायक मेरे सम्पर्क में हैं। कोविड-19 के खतरे के चलते हम ऐसी राजनीति और चुनाव नहीं करना चाहेंगे।”