जुबिली न्यूज़ डेस्क
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार लगातार माफियाओं पर शिकंजा कसती जा रही है। इस क्रम में बीते दिन प्रयागराज में स्पेशल टास्क फोर्स को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। दरअसल प्रयागराज के नैनी थाना क्षेत्र के अरैल इलाके में एसटीएफ ने दो बदमाशों को मुठभेड़ में मार गिराया है। इसके बाद पुलिस को नाइन एमएम पिस्टल की 30 जिंदा कारतूस और खोखा बरामद हुए हैं।
बताया जा रहा है कि मुठभेड़ में ढेर हुए बदमाशों की पहचान गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी और मुख्तार अंसारी के गैंग के सदस्य वकील पांडेय और अमजद के रूप में की गई है। इसमें वकील पांडेय उर्फ़ राजीव पांडेय पचास हजार का इनामी बदमाश था जिसकी तलाश यूपी पुलिस काफी समय से कर रही थी।
एसटीएफ की तरफ से बताया गया कि वकील पांडेय और अमजद दोनों ही भदोही के रहने वाले हैं। इन दोनों ने रांची के होटवार जेल के जेल अधिकारी की हत्या की सुपारी ली थी। इसके अलावा दोनों ने ही मुख्तार अंसारी और मुन्ना बजरंगी के कहने पर साल 2013 में वाराणसी के तत्कालीन डिप्टी जेलर अनिल कुमार त्यागी की हत्या कर दी थी।
मुठभेड़ में मारे गये दोनों बदमाशों का आपराधिक इतिहास बेहद लम्बा रहा है. पिछले साल भदोही के बाहुबली विधायक विजय मिश्रा ने भी राजीव पाण्डेय से खुद की जान का खतरा बताया था। मुन्ना बजरंगी की जेल में हुई हत्या के बाद दोनों दिलिप मिश्रा के लिए काम कर रहे थे।
सीओ एसटीएफ नवेंदु ने बताया कि दोनों बदमाश प्रयागराज में किसी वारदात को अंजाम देने की फ़िराक में थे। एक मुखबिर से मिली सूचना के बाद एसटीएफ ने उनकी घेराबंदी की।अरैल इलाके में एसटीएफ की घेराबंदी देख उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद जवाबी फायरिंग में दोनों ढेर हो गये।
उन्होंने बताया कि दोनों ने ही मिलकर रांची के किसी जेल अधिकारी को मारने की सुपारी ली थी। यहां वो किसी किसी राजनीतिक या संभ्रांत व्यक्ति की हत्या करने के उद्देश से पहुंचे थे। मुठभेड़ को लेकर एसटीएफ लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस भी करेगी।