क्राइम डेस्क
यूपी में क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। चुनाव परिणाम के बाद ही अमेठी में स्मृति ईरानी के करीबी पूर्व प्रधान सुरेन्द्र सिंह की हत्या कर दी गयी थी। पुलिस ने अभी एक मुठभेड़ में सुरेन्द्र के हत्यारों को गिरफ्तार ही किया था की एक ही दिन में सपा के दो नेताओं की हत्या का मामला सामने आया है। एक मामला ग्रेटर नोएडा का है तो वहीं, दूसरा मामला जौनपुर का है।
मिली जानकारी के अनुसार, मामला ग्रेटर नोएडा के दादरी थाना क्षेत्र का है। यहां जारचा रोड़ पर अपने घर के सामने सीवर का काम कर रहे समाजवादी पार्टी के दादरी विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष राम टेग कटारिया को अज्ञात बदमाशों ने गोली मार दी। घटना को अंजाम देने के बाल बदमाश मौके से ही फरार हो गए। घायल हालात में कटारिया को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद से ही इलाके में हड़कंप मच गया है। जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी हैं।
पुलिस के मुताबिक जारचा रोड़ का इलाका उस समय गोलियों की गड़गड़ाहट से गूंज गया, जब एक कार और दो बाइकों पर आए बदमाशों ने समाजवादी पार्टी के दादरी विधान सभा क्षेत्र अध्यक्ष कटारिया को गोली मार दी। बदमाशों ने उनके सिर पर गोली मारी। उन्हे करीब पांच गोलियां लगी है।
मामले को लेकर स्थानीय निवासियों में रोष है उनका कहना है कि पुलिस का रवैया अगर ठीक होता तो बदमाश इस तरह की घटनाओं को अंजाम नहीं दे पाते। मर्डर होने के बाद सिर्फ दरोगा आए थे और चले गए।
इसके अलावा जौनपुर के सराय ख्वाजा इलाके में सपा नेता लालजी यादव की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। वहीं, इस घटना की सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने निंदा की है और साथ ही उनके परिवार के प्रति संवेदना जाहिर की है। सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर जौनपुर में लालजी यादव की हत्या की जांच विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी को सौंपी है।
वहीं लगातार बढ़ रही इस तरह की घटनाओं से पुलिस सतर्क नहीं है। इससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाये जा रहे है।