जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. मध्य प्रदेश पुलिस ने गुजरात की एक 22 साल की लड़की मोनिका को उसके गिरोह के साथ गिरफ्तार किया है. इस लड़की ने अपनी शानदार अंग्रेज़ी को अमरीकियों को ठगने का हथियार बना लिया. अब तक ढाई सौ से ज्यादा अमरीकियों को अपना शिकार बना चुकी है.
ग्वालियर क्राइम ब्रांच को यह जानकारी मिली कि एक गिरोह भारत में बैठकर अमरीकियों को लोन दिलाने के नाम पर ठग रहा है. मोनिका खुद को अमेरिकन कम्पनी का एजेंट बताकर अमरीकी नागरिकों को वीडियो काल करती और उनसे ऐसी शानदार अंग्रेज़ी में बात करते हुए उन्हें लोन दिलाने का ऑफर करती कि अमरीकी उसके जाल में फंस जाते और कमीशन के नाम पर उस पर मोटी-मोटी रकम लुटा देते.
यह लड़की किसी से भी अपना कमीशन कैश नहीं मांगती थी. वह कहती कि उसे अपना कमीशन इंटरनेशनल गिफ्ट वाउचर के रूप में चाहिए. गिरोह के सदस्य इस गिफ्ट वाउचर को किसी भी शापिंग माल में कैश कर लेते थे.
ग्वालियर के बहोड़ापुर के आनंद नगर में फर्जी काल सेंटर के ज़रिये ठगी का धंधा चल रहा था. सात ठगों का गिरोह काल सेंटर संचालक से विदेशी लोगों के मोबाइल नम्बर हासिल करता. हासिल किये गए मोबाइल नंबरों पर ज़ूम एप के ज़रिये सम्पर्क किया जाता. सम्पर्क करने वाला खुद को लैंडिंग क्लब अमेरिकन कम्पनी का एजेंट बताया. बातचीत शुरू होने के बाद वीडियो काल पर मोनिका आ जाती. उसकी मीठी-मीठी बातों में बात करने वाला फंसता चला जाता. वह विदेशियों से उनका सेक्योरिटी नम्बर और बैंक की जानकारी हासिल कर लेती. जानकारी के वेरिफिकेशन के नाम पर वह इंटरनेशनल गिफ्ट वाउचर मांगती. वह उनसे गूगल प्ले कार्ड, अमेरिकन एक्सप्रेस, बेस्ट बाई, एप्पल, बनीला वीजा ले लेते और इसे शापिंग के ज़रिये कैश कर लेते.
इस गिरोह की जानकारी मिलने के बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने मोनिका के अलावा इस फर्जी काल सेंटर से आगरा के आशीष कैन, आकाश कुशवाहा, कुणाल सिंह, तरुण कुमार, अहमदाबाद के रहने वाले रोहित शर्मा और सागर को गिरफ्तार किया तो पता चला कि इस सबका मास्टरमाइंड अहमदाबाद में बैठकर गिरोह चला रहा है. इन लोगों के पास से कई लैपटॉप भी मिले हैं.
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