जुबली न्यूज़ डेस्क
आठ पुलिसकर्मियों की शहादत के बाद मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे की तलाश जारी है, वहीं विकास दुबे पर अब ढाई लाख का ईनाम घोषित कर दिया गया है। कानपुर पुलिस ने ईनामी राशि बढ़ाने के लिए डीजीपी को प्रस्ताव भेजा था, जिसके बाद डीजीपी हितेश चन्द्र अवस्थी ने ईनामी राशि बढ़ाई है।
बता दें कि, फरार चल रहे विकास दुबे की तलाश में पुलिस चप्पे-चप्पे को छान रही है। पुलिस को आशंका है कि वह चंबल के रास्ते बीहड़ों से होते हुए मध्य प्रदेश व राजस्थान भाग सकता है। पुलिस ने चंबल में भी तलाशी अभियान चला रही है।
घटना के बाद से ही मुख्या आरोपी व उसके गुर्गों की तलाश के लिए लगातार पुलिस दबिश दे रही है। पुलिस की 60 टीमें गिरफ्तारी के लिए लगाई गई है। इसके अलावा 500 लोगों के फ़ोन सर्विलांस पर हैं। बावजूद इसके 48 घंटे से ज्यादा का वक्त गुजरने के बाद भी हत्यारा विकास दुबे अभी पुलिस की पकड़ से दूर है। पुलिस को आशंका है कि वह दूसरे राज्यों में छिपा हो सकता है। लिहाजा कई पुलिस की टीम अन्य राज्यों में भी उसकी तलाश कर रही है।
SSP अनन्त देव तिवारी की लापरवाही आई सामने
कानपुर में हुई घटना के संबंध में एक नया खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि तत्कालीन (पुराने) एसएसपी अनन्त देव तिवारी की बड़ी लापरवाही सामने आई है। विकास दुबे के मामले में शहीद सीओ ने पहले ही पत्र लिखा था लेकिन अनन्त देव तिवारी CO की संस्तुति पर भी कार्यवाही नहीं की।
यह भी पढ़ें : काम की कविताई तो उर्मिलेश की है
यह भी पढ़ें : मेरठ में ढाई हजार रुपए में बन रहा है कोरोना निगेटिव रिपोर्ट !
यह भी पढ़ें : चंबल या नेपाल, आखिर कहां गया विकास दुबे?