जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ / नोएडा. नोएडा के ट्विन टॉवर की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. 100 मीटर ऊंचे इन ट्विन टावर को गिराने का काम एडिफिस कंपनी को दिया गया है. यह कंपनी दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में 108 मीटर ऊंचे इसी तरह के टावर ध्वस्त कर चुकी है. जोहान्सबर्ग के टावर इस वजह से गिराए गए थे क्योंकि दोनों के बीच सिर्फ आठ मीटर कि दूरी थी जबकि नोएडा के इन टावर में नौ मीटर की दूरी है.
नोएडा के ट्विन टॉवर्स गिराए जाने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने भी अपनी सहमति दे दी है. टावर गिराने का काम सेन्ट्रल बिल्डिंग रिसर्च इन्स्टीट्यूट कि देखरेख में किया जायेगा. इन टॉवर्स को ध्वस्त करने के लिए कंपनी ने यातायात विभाग, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से इसके लिए अनुमति माँगी है. इन बड़े टॉवर्स को क्योंकि एक्सप्लोसिव के ज़रिये गिराया जायेगा इसलिए यातायात को डायवर्ट करने का काम किया जायेगा.
सुप्रीम कोर्ट ने कंपनी को निर्देश दिया है कि इन ट्विन टावर में फ़्लैट बुक कराने वाले सभी 252 लोगों को 30 अक्टूबर तक 12 फीसदी ब्याज के साथ भुगतान का आदेश दिया था. यह रकम करीब सौ करोड़ रुपये होगी. समय सीमा बीत जाने के बाद भी कंपनी ने इसका भुगतान नहीं किया है. जानकारी मिली है कि इस कंपनी के अधिकारी इस कोशिश में जुटे हैं कि उनके धन के बराबर मूल्य का फ़्लैट किसी दूसरे स्थान पर दिलवा दिया जाए लेकिन अधिकाँश खरीददारों का कहना है की उन्हें उनका धन वापस कर दिया जाए.
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