जुबिली न्यूज डेस्क
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला जारी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा स्टील और एल्युमिनियम के आयात पर 25 फीसदी का टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद, मंगलवार दोपहर को भारतीय बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली। दोपहर 1:41 बजे तक सेंसेक्स 1,038 अंकों की गिरावट के साथ 1.25 फीसदी नीचे था, जबकि निफ्टी 327 अंकों की गिरावट के साथ 1.3 फीसदी टूट गया। मिड और स्मॉल-कैप शेयरों में 3.5 फीसदी तक की गिरावट आई।
टैरिफ का असर:
डोनाल्ड ट्रंप ने एल्यूमिनियम पर टैरिफ को 10 फीसदी से बढ़ाकर 25 फीसदी कर दिया है, जो 4 मार्च से लागू होगा। यह टैरिफ अमेरिका के सभी स्टील और एल्यूमिनियम आयात पर लागू होगा, जिसमें कनाडा और मैक्सिको जैसे प्रमुख आपूर्तिकर्ता भी शामिल हैं। इन टैरिफ का उद्देश्य कुछ देशों, जैसे चीन और रूस, द्वारा मौजूदा शुल्क से बचने की कोशिशों को रोकना है। ट्रंप का दावा है कि इससे अमेरिकी उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
भारत पर असर:
भारत अमेरिका को स्टील का कम निर्यात करता है, लेकिन एल्युमिनियम के मामले में स्थिति अलग है। भारत दुनिया का एक बड़ा एल्युमिनियम उत्पादक है और अमेरिका इसका सबसे बड़ा खरीदार है। इस टैरिफ के कारण भारत के एल्युमिनियम निर्यात पर असर पड़ सकता है। हालांकि उद्योग के जानकारों का मानना है कि भारतीय कंपनियां, जैसे वेदांता और हिंडाल्को, समय के साथ नए बाजार खोज लेंगी, लेकिन तब तक इन्हें नुकसान उठाना पड़ सकता है। यह फैसला उस समय आया है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 फरवरी को अमेरिका की यात्रा पर जाने वाले हैं।
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विदेशी निवेशकों की बिकवाली:
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का एक बड़ा कारण विदेशी निवेशकों की बिकवाली भी है। नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी में एफपीआई ने 78,000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के शेयर बेचे। वहीं, 10 फरवरी तक, एफपीआई ने 7,342 करोड़ रुपये की निकासी कर ली। जनवरी 2025 में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने 23 में से 22 कारोबारी सत्रों में बिकवाली की। इसका परिणाम यह रहा कि भारतीय शेयर बाजार लगातार गिरावट का सामना कर रहा है।